पूर्वोत्तर भारत में जलविद्युत क्षमता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण विकास के तहत, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई एसजेवीएन लिमिटेड (SJVN Ltd) ने अरुणाचल प्रदेश के दिबांग घाटी में 3,097 मेगावाट की एतालिन जलविद्युत परियोजना के लिए ₹269.97 करोड़ की भूमि मुआवजा राशि जारी की है। यह भुगतान 26 मार्च 2025 को दिबांग घाटी के उपायुक्त (DC) और ज़िला भूमि राजस्व एवं निपटान अधिकारी (DLRSO) के संयुक्त खाते में किया गया। यह पहल न केवल नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की योजना को गति प्रदान करती है, बल्कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के अधोसंरचनात्मक विकास की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानी जा रही है।
मुख्य विशेषताएँ
परियोजना विवरण
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संगठन: एसजेवीएन लिमिटेड (सतलुज जल विद्युत निगम)
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जारी मुआवज़ा राशि: ₹269.97 करोड़
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स्थान: दिबांग घाटी, अरुणाचल प्रदेश
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परियोजना का नाम: एतालिन जलविद्युत परियोजना
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शक्ति क्षमता: 3,097 मेगावाट
परियोजना से जुड़ी जानकारियाँ
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एतालिन परियोजना में दो बाँधों का निर्माण शामिल है:
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ड्रि नदी पर
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तालो (तांगोन) नदी पर
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परियोजना में एक भूमिगत पावरहाउस कॉम्प्लेक्स भी शामिल है।
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परियोजना का कमीशनिंग दिसंबर 2033 तक निर्धारित है।
सरकारी एवं संस्थागत सहयोग
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मुख्यमंत्री पेमा खांडू
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एसजेवीएन के सहयोगात्मक दृष्टिकोण की सराहना की।
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सभी आवश्यक स्वीकृतियों के लिए राज्य सरकार का पूर्ण समर्थन सुनिश्चित किया।
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राज कुमार चौधरी, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन
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कहा कि एसजेवीएन समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
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ज़ोर दिया कि मुआवज़ा स्थानीय समुदायों के अधिकारों का सम्मान करता है और साथ ही राष्ट्रीय अधोसंरचना को भी बढ़ावा देता है।
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पृष्ठभूमि एवं समझौता
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समझौता ज्ञापन
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एसजेवीएन और अरुणाचल प्रदेश सरकार के बीच अगस्त 2023 में हस्ताक्षरित।
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इस समझौते में शामिल:
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एतालिन परियोजना (3,097 मेगावाट)
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चार अतिरिक्त जलविद्युत परियोजनाएँ
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कुल क्षमता: 5,097 मेगावाट
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अनुमानित संयुक्त निवेश: ₹60,000 करोड़
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