डिजिटल ऋण देने के लिए भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) ने छोटे व्यवसायों और अन्य आय पैदा करने वाली गतिविधियों के वित्तपोषण के लिए नए युग की फिनटेक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) को 10 करोड़ रुपये तक की वित्तीय सहायता देने के लिए एक पायलट योजना बनाई है.
SIDBI ने नए युग के NBFC के NOF के 30% पर एकल नए-युग वाले फिनटेक NBFC को ऋण देने के लिए एक्सपोज़र कैप निर्धारित किया है, जोकि अधिकतम 10 करोड़ रुपये है. इस योजना के अनुसार, नए युग के फिनटेक युग को सिडबी की ओर से अंतर्निहित प्रतिभूतियों / प्राप्तियों पर भरोसा होना चाहिए.
फिनटेक एनबीएफसी क्या हैं?
फिनटेक एनबीएफसी डिजिटल लोन कंपनियां हैं. वह वित्तपोषण के लिए तेज़ और सुविधाजनक पहुँच प्रदान करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हैं. वित्त पोषण सहायता के लिए पात्र होने के लिए, भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा पंजीकृत नए-युग के फिनटेक एनबीएफसी को निर्धारित मापदंडों को पूरा करना होगा, जिसमें 15% न्यूनतम पूंजी जोखिम-भारित संपत्ति अनुपात ; 4% से कम या बराबर गैर-निष्पादित परिसंपत्तियाँ; 20 करोड़ रूपये की न्यूनतम शुद्ध स्वामित्व वाली निधि (एनओएफ) और 50 करोड़ रूपये की न्यूनतम संपत्ति का आकार; और 5: 1 के अंतर्गतकम से कम दो अंकेक्षित वार्षिक रिपोर्ट, सकारात्मक शुद्ध मूल्य और उत्तोलन अनुपात शामिल है
स्रोत- द हिंदू बिजनेस लाइन
उपरोक्त समाचार से LIC AAO Mains परीक्षा 2018 के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- SIDBI की स्थापना 1990 में भारतीय संसद के एक अधिनियम के तहत की गई थी.
- मोहम्मद मुस्तफा SIDBI के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं.