मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने स्वास्थ्य सेवा पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए कर्किनोस हेल्थकेयर का अधिग्रहण किया है। यह अधिग्रहण रिलायंस की सहायक कंपनी रिलायंस स्ट्रैटेजिक बिजनेस वेंचर्स लिमिटेड (RSBVL) के माध्यम से पूरा किया गया और कैंसर के निदान, पहचान और उपचार में कंपनी की पहुंच का विस्तार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अधिग्रहण के मुख्य बिंदु
डील संरचना:
- RSBVL ने कर्किनोस के 1 करोड़ इक्विटी शेयर और 3.65 करोड़ ऑप्शनली फुली कन्वर्टिबल डिबेंचर्स ₹375 करोड़ में खरीदे।
- यह पूरा लेन-देन नकद में किया गया।
व्यवसाय पर फोकस:
- कर्किनोस हेल्थकेयर की स्थापना 2020 में हुई थी। यह कैंसर के प्रारंभिक निदान और प्रबंधन के लिए अभिनव तकनीकी समाधान प्रदान करने में विशेषज्ञ है।
- कंपनी ने लगभग 60 अस्पतालों के साथ साझेदारी की है और मणिपुर के इंफाल में एक 150-बेड वाला कैंसर अस्पताल स्थापित कर रही है।
वित्तीय और परिचालन जानकारी
टर्नओवर:
- FY 2022-23 में कर्किनोस ने ₹22 करोड़ का टर्नओवर दर्ज किया, जिसमें किफायती कैंसर उपचार प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
पिछले निवेशक:
- कंपनी के पिछले निवेशकों में टाटा सन्स की सहायक कंपनी एवार्ट इन्वेस्टमेंट्स, मेयो क्लिनिक, और रिलायंस डिजिटल हेल्थ शामिल थे।
अधिग्रहण प्रक्रिया
नियामक स्वीकृति:
- यह अधिग्रहण दिवाला और दिवालियापन संहिता (IBC) के तहत कर्किनोस की समाधान योजना को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), मुंबई बेंच द्वारा मंजूरी मिलने के बाद हुआ।
- इस प्रक्रिया ने सुनिश्चित किया कि अधिग्रहण में कोई अतिरिक्त नियामक बाधा नहीं हो।
भविष्य की योजनाएं और तालमेल
स्वास्थ्य सेवा पोर्टफोलियो का विस्तार:
- रिलायंस इस अधिग्रहण के माध्यम से अपनी स्वास्थ्य सेवाओं, विशेष रूप से ऑन्कोलॉजी (कैंसर चिकित्सा) में सुधार करना चाहता है।
- कंपनी कर्किनोस के मौजूदा बुनियादी ढांचे और अस्पतालों के साथ साझेदारी का लाभ उठाएगी।