भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 20 जनवरी 2025 को यूनिवर्सल बैंकों और स्मॉल फाइनेंस बैंकों (SFBs) के लिए आवेदन मूल्यांकन हेतु एक नई स्थायी बाहरी सलाहकार समिति (SEAC) का गठन किया। इस समिति की अध्यक्षता RBI के पूर्व डिप्टी गवर्नर एम. के. जैन कर रहे हैं, और इसमें पांच सदस्य शामिल हैं।
समिति की संरचना और कार्यकाल
SEAC के सदस्य:
- एम. के. जैन: अध्यक्ष और RBI के पूर्व डिप्टी गवर्नर।
- रेवती अय्यर: निदेशक, केंद्रीय बोर्ड, RBI।
- पार्वती वी. सुंदरम: पूर्व कार्यकारी निदेशक, RBI।
- हेमंत जी. कॉन्ट्रैक्टर: भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक और पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष।
- एन. एस. कन्नन: ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के पूर्व प्रबंध निदेशक और सीईओ।
समिति का कार्यकाल तीन वर्षों का है, और इसे RBI के विनियमन विभाग द्वारा सचिवीय सहायता प्रदान की जाएगी।
पृष्ठभूमि और विकास
यह पहल मार्च 2021 में स्थापित एक समान समिति के बाद शुरू की गई है, जिसकी अध्यक्षता RBI की पूर्व डिप्टी गवर्नर श्यामला गोपीनाथ ने की थी। SEAC का मुख्य कार्य यूनिवर्सल बैंकों और SFBs के लिए आवेदन का मूल्यांकन करना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आवेदक आवश्यक मानदंडों को पूरा करते हैं। हालांकि, मौजूदा SFBs द्वारा यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस के लिए किए गए आवेदन इस प्रक्रिया से छूट सकते हैं, क्योंकि उनके क्रेडेंशियल्स पहले ही लाइसेंसिंग के समय जांचे जा चुके हैं।
वर्तमान में समीक्षा के तहत आवेदन
RBI इस समय निम्नलिखित संस्थाओं के आवेदन की समीक्षा कर रहा है:
- अन्नपूर्णा फाइनेंस: यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन।
- एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AU SFB): यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन।
- फिनो पेमेंट्स बैंक: SFB लाइसेंस के लिए आवेदन।
- वीएफएस कैपिटल: SFB लाइसेंस के लिए आवेदन।
बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव
इस समिति का गठन भारत के बैंकिंग क्षेत्र के विस्तार में एक संरचित और पारदर्शी दृष्टिकोण को सुनिश्चित करने के लिए RBI की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अनुभवी पेशेवरों को SEAC में शामिल करके, RBI यह सुनिश्चित करना चाहता है कि नए आवेदक सख्त मानकों को पूरा करें, जिससे वित्तीय प्रणाली की स्थिरता और अखंडता बनी रहे। यह कदम वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और पूरे देश में बैंकिंग सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
मुख्य बिंदु | विवरण |
समाचार में क्यों | RBI ने M. K. Jain की अध्यक्षता में एक नया Standing External Advisory Committee (SEAC) गठित किया है, जो यूनिवर्सल और स्मॉल फाइनेंस बैंकों के लिए आवेदनों का मूल्यांकन करेगा। वर्तमान में जिन आवेदकों पर विचार किया जा रहा है, उनमें Annapurna Finance, AU Small Finance Bank, Fino Payments Bank, और VFS Capital शामिल हैं। |
अध्यक्ष | M. K. Jain (पूर्व डिप्टी गवर्नर, RBI) |
समिति के सदस्य | Revathy Iyer, Parvathy V. Sundaram, Hemant G. Contractor, N. S. Kannan |
कार्यकाल | 3 साल |
उद्देश्य | यूनिवर्सल बैंक और स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFBs) के लिए आवेदनों का मूल्यांकन करना। |
वर्तमान आवेदक | Annapurna Finance, AU Small Finance Bank (यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस); Fino Payments Bank, VFS Capital (SFB लाइसेंस)। |
पूर्व उदाहरण | मार्च 2021 में एक समान समिति का गठन किया गया था, जिसकी अध्यक्षता श्यामला गोपीनाथ ने की थी। |