महाराष्ट्र सरकार ने दिग्गज उद्योगपति और टाटा संस (Tata Sons) के मानद चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) को पहला ‘उद्योग रत्न’ अवॉर्ड (Udyog Ratna Award) देने का फैसला किया है। राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने यह जानकारी दी। सामंत ने राज्य विधान परिषद को बताया कि युवा उद्यमी, महिला उद्यमी और मराठी उद्यमी को भी पुरस्कार दिए जाएंगे।
सामंत ने कहा कि विशिष्ट लोगों को दिए जाने वाले महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार की तरह, राज्य सरकार ने रतन टाटा को उद्योग रत्न पुरस्कार देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा अजीत पवार और उद्योग मंत्री के तौर पर वह इस समिति के सदस्य थे।
महाराष्ट्र में अलग-अलग क्षत्रों में योगदान देने वाले भी होंगे सम्मानित
ये अवॉर्ड पहली बार दिया जाएगा। महाराष्ट्र उद्योग रत्न पुरस्कारों का उद्देश्य उन व्यक्तियों और संगठनों के प्रयासों को मान्यता देना है, जिन्होंने महाराष्ट्र में व्यवसाय, उद्योग, शिक्षा, रियल एस्टेट, पर्यटन, वित्तीय सेवाओं, फैशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, कृषि, बैंकिंग, IT, फूड आइटम्स और हेल्थ सेक्टर में जबरदस्त योगदान दिया है।
पद्म विभूषण और पद्म भूषण से हो चुके सम्मानित
अपने करियर के दौरान उन्हें कई अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें भारत के दो सबसे बढ़े नागरिक पुरस्कारों 2008 में पद्म विभूषण और 2000 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया है। हाल ही में रतन टाटा को ऑस्ट्रेलिया के हाईएस्ट सिविल ऑनर ‘ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
महाराष्ट्र उद्योग रत्न पुरस्कार के बारे में
‘उद्योग रत्न’ पुरस्कार एक राज्य-स्तरीय पुरस्कार है जो महाराष्ट्र के औद्योगिक क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को दिया जाता है। रतन टाटा को टाटा समूह की वृद्धि और विकास में उनके योगदान के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है, जो भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक है।