पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कल राज्यसभा के मनोनीत सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की। उन्हें राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा राज्यसभा के लिए नामित किया गया था। केटीएस तुलसी की सेवानिवृत्ति के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट को भरने के लिए उन्हें मनोनीत किया गया था।
रंजन गोगोई भारत के 46 वें मुख्य न्यायाधीश थे। मुख्य न्यायाधीश के पद पर रहते हुए अपने 13 महीने के लंबे कार्यकाल के दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या, समलैंगिकता, केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश और राफेल विमान सौदे सहित असम में नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर (NRC) जैसे कई विभिन्न ऐतिहासिक मामलों निर्णय में दिया।
राज्य सभा में कुल 250 होते है, जिसमें से 12 सदस्य राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाते हैं। ये 12 नामांकित सदस्य आम तौर पर साहित्य, विज्ञान, कला और सामाजिक सेवा जैसे विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्ति होते हैं। इसके अलावा अन्य सदस्य निर्वाचित होकर राज्यसभा पहुँचते है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- राज्यसभा के सभापति: वेंकैया नायडू. (भारत के उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति होते है)



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