शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु को राष्ट्रमंडल खेलों के उद्घाटन समारोह के लिए भारतीय दल का ध्वजवाहक बनाया गया। ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा को ध्वजवाहक बनाने की उम्मीद थी लेकिन विश्व चैम्पियनशिप में लगी ‘ग्रोइन’ चोट के कारण उन्हें राष्ट्रमंडल खेलों से हटने के लिये बाध्य होना पड़ा। चार साल पहले गोल्ड कोस्ट में स्वर्ण पदक जीतने वाले चोपड़ा ने विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था।
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बता दें कि भारत की तरफ से इस बार के खेलों में 215 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इसमें पहली बार महिला क्रिकेट टीम भी शामिल हो रही है। पूर्व विश्व चैम्पियन पीवी सिंधु बर्मिंघम में महिला एकल स्वर्ण पदक जीतने की प्रबल दावेदारों में से एक हैं। उन्होंने गोल्ड कोस्ट और ग्लास्गो में पिछले दो चरण में क्रमश: रजत पदक और कांस्य पदक जीते थे। सिंधु गोल्ड कोस्ट में साल 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भी ध्वजवाहक थीं।
गौरतलब है कि टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने कॉमनवेल्थ गेम्स से हटने का फैसला किया। भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने पिछले हफ्ते ही विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रचा था, लेकिन उसी दौरान उन्हें ग्रोइन इंजरी हुई जिसके बाद उन्होंने अपनी मेडिकल टीम से इस इस पर चर्चा किया और फिर बर्मिंघम खेलों से हटने का फैसला किया।