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प्रधानमंत्री मोदी ने इस रूट पर चार नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो भारत के रेल ढांचे के आधुनिकीकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। ये उच्च गति वाली ट्रेनें यात्रियों को तेज़, आरामदायक और ऊर्जा-कुशल यात्रा अनुभव प्रदान करने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के बीच संपर्क को मजबूत करेंगी। यह पहल सरकार की आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने, पर्यटन को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय गतिशीलता को सुधारने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

वंदे भारत एक्सप्रेस: भारत का प्रीमियम रेल अनुभव

वंदे भारत एक्सप्रेस भारत की प्रमुख अर्द्ध-उच्च गति ट्रेन है, जो अपने आधुनिक सुविधाओं, कम यात्रा समय और बेहतर यात्री आराम के लिए जानी जाती है। प्रत्येक नई रूट के साथ यह नेटवर्क देश के सांस्कृतिक, आर्थिक और शैक्षणिक केंद्रों को और गहराई से जोड़ रहा है।

नई चार वंदे भारत रूट्स की प्रमुख विशेषताएं

1. बनारस–खजुराहो वंदे भारत

यह रूट सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन को बड़ा प्रोत्साहन देगा। यह ट्रेन वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट और खजुराहो को जोड़ते हुए भारत के प्रमुख आध्यात्मिक एवं धरोहर स्थलों के बीच सीधी कनेक्टिविटी स्थापित करती है।

  • समय की बचत: लगभग 2 घंटे 40 मिनट

  • महत्व: धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अंतर-शहरी यात्रा को सरल बनाना।

2. लखनऊ–सहारनपुर वंदे भारत

यह ट्रेन उत्तर प्रदेश के भीतर शहरी संपर्क को मजबूत करती है और हरिद्वार जाने वाले यात्रियों के लिए भी सुगमता बढ़ाती है।

  • कुल यात्रा समय: लगभग 7 घंटे 45 मिनट

  • समय की बचत: लगभग 1 घंटा

  • मुख्य शहर: लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर, सहारनपुर

3. फिरोजपुर–दिल्ली वंदे भारत

यह ट्रेन दिल्ली और पंजाब के बीच सबसे तेज़ सेवा प्रदान करती है, जिससे शिक्षा, व्यापार और यात्रा संबंध मजबूत होंगे।

  • कुल यात्रा समय: लगभग 6 घंटे 40 मिनट

  • मुख्य शहर: फिरोजपुर, बठिंडा, पटियाला

  • लाभ: पंजाब और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के बीच आवागमन सुगम

4. एर्नाकुलम–बेंगलुरु वंदे भारत

दक्षिण भारत में यह रूट आईटी और व्यावसायिक केंद्रों को जोड़ता है, जिससे पेशेवरों और विद्यार्थियों को बड़ी सुविधा मिलेगी।

  • कुल यात्रा समय: लगभग 8 घंटे 40 मिनट

  • समय की बचत: 2 घंटे से अधिक

  • महत्व: केरल और कर्नाटक के बीच तेज़ और भरोसेमंद यात्रा विकल्प

प्रधानमंत्री का संदेश

नए ट्रेनों के शुभारंभ अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये सेवाएं यात्रा समय घटाने, पर्यटन को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को गति देने में सहायक होंगी। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि आधुनिक रेलवे अवसंरचना न केवल लोगों को जोड़ती है, बल्कि क्षेत्रों को आर्थिक रूप से भी एक-दूसरे के करीब लाती है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वंदे भारत ट्रेनें भारत की तकनीकी प्रगति और आत्मनिर्भरता (Make in India) का प्रतीक हैं।

जीके तथ्य 

  • पहली वंदे भारत एक्सप्रेस: 15 फरवरी 2019, नई दिल्ली–वाराणसी मार्ग पर

  • दूसरा नाम: ट्रेन 18 (Train 18), इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई द्वारा निर्मित

  • अधिकतम गति क्षमता: 180 किमी/घंटा (वर्तमान संचालन 130–160 किमी/घंटा)

  • ‘मेक इन इंडिया’ पहल: 80% से अधिक घटक स्वदेशी

  • सुरक्षा प्रणाली: ‘कवच’ (ट्रेन टकराव रोकने की स्वदेशी तकनीक) चयनित मार्गों पर

  • 2025 तक लक्ष्य: 50 से अधिक वंदे भारत रूट्स का संचालन

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