मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लॉन्च की गई पार्थ योजना का उद्देश्य राज्य के युवाओं को भारतीय सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों में भर्ती के लिए पूर्व-प्रशिक्षण प्रदान करना है। मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा राज्य स्तरीय युवा महोत्सव के दौरान घोषित इस योजना का मुख्य फोकस शारीरिक और मानसिक तैयारी के साथ-साथ प्रतिभागियों में देशभक्ति और अनुशासन विकसित करना है।
पार्थ योजना के मुख्य बिंदु
उद्देश्य
- युवाओं को भारतीय सेना, पुलिस, अर्धसैनिक बलों और संबंधित सेवाओं में भर्ती के लिए तैयार करना।
- राज्य के युवाओं में देशभक्ति और शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देना।
- लक्षित प्रशिक्षण के माध्यम से मानसिक क्षमता और व्यक्तित्व विकास को बढ़ावा देना।
प्रशिक्षण और दायरा
- प्रशिक्षण में शामिल:
- शारीरिक दक्षता (फिजिकल टेस्ट)
- लिखित परीक्षा (सामान्य ज्ञान, गणित, अंग्रेज़ी)
- व्यक्तित्व विकास
- प्रशिक्षण संभागीय स्तरों पर संचालित किया जाएगा।
- जिला खेल और युवा कल्याण अधिकारी, ग्रामीण युवा समन्वयकों और विभागीय कर्मचारियों के सहयोग से केंद्रों का संचालन करेंगे।
प्रशिक्षकों के लिए पात्रता मानदंड
- शारीरिक प्रशिक्षण:
- बीपीएड/बीपीई/एनआईएस डिप्लोमा और राज्य-स्तरीय एथलेटिक्स अनुभव।
- लिखित परीक्षा और व्यक्तित्व विकास:
- सरकारी/अर्ध-सरकारी शैक्षणिक संस्थानों से विषय विशेषज्ञ अंशकालिक रूप से नियुक्त किए जाएंगे।
- निर्णय खेल प्रशिक्षक कल्याण समिति द्वारा लिए जाएंगे।
फीस संरचना
- योजना स्व-वित्त पोषित होगी।
- प्रशिक्षुओं को एक निश्चित मासिक शुल्क देना होगा, जिसे खेल प्रशिक्षक कल्याण समिति द्वारा निर्धारित किया जाएगा।
एमपीवाईपी पोर्टल (मध्य प्रदेश यूथ पोर्टल)
- यह पोर्टल युवाओं को निम्नलिखित से जोड़ेगा:
- कौशल विकास कार्यक्रम
- करियर मार्गदर्शन
- रोजगार के अवसर
- यह पोर्टल एकीकृत मंच प्रदान करता है, जहां युवा अपने कौशल का विकास और करियर विकल्पों का अन्वेषण कर सकते हैं।