इसरो साल 2020-21 में 10 पृथ्वी निगरानी उपग्रहों का करेगा प्रक्षेपण

about | - Part 2712_3.1
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने वर्ष 2019-20 की अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की है जिसमे बताया गया है कि इसरो साल 2020-21 में 10 पृथ्वी निगरानी उपग्रह (Earth Observation Satellites) लॉन्च करेगा। इन दस पृथ्वी निगरानी (EO) उपग्रहों में पहला जियो इमेजिंग उपग्रह, GISAT-1 जैसे तीन संचार उपग्रह और दो नेविगेशन उपग्रह जैसी श्रेणियां शामिल होंगी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की साल 2019-20 योजना वार्षिक रिपोर्ट में 36 मिशनों का भी जिक्र किया गया है, जिसमें उपग्रहों और उनके लौन्चेर्स को भी शामिल किया गया है।
पृथ्वी निगरानी उपग्रह:-

पृथ्वी निगरानी उपग्रह ( Earth Observation Satellites) का इस्तेमाल आमतौर पर भूमि और कृषि पर निगरानी रखने के लिए किए जाते है, इसके अलावा ये सेना को सीमाओं पर निगरानी रखने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा RISAT जैसे अन्य उपग्रह उन पर कृत्रिम झिरीदार रडार (synthetic aperture radar) ले जाते हैं जो सुरक्षा एजेंसियों को सभी मौसम में 24 घंटे की जानकारी प्रदान करता है।

उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

  • इसरो के निदेशक: के. सिवन, मुख्यालय: बेंगलुरु; स्थापित: 1969.

केन्‍द्र सरकार ने विश्व बैंक के साथ 450 US मिलियन डॉलर के ऋण समझौते पर किए हस्ताक्षर

about | - Part 2712_5.1
भारत सरकार ने विश्व बैंक के साथ 450 मिलियन अमरीकी डालर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस 450 मिलियन अमरीकी डालर के ऋण समझौते का उद्देश्य राष्ट्रीय कार्यक्रम “अटल भू-जल योजना (ABHY): राष्ट्रीय भूजल प्रबंधन सुधार कार्यक्रम” का सहयोग करना है। यह केंद्र सरकार को भूजल संस्थानों को मजबूत करने के अलावा देश में गिरते भू-जल स्तर को रोकने में मदद करेगा।
ऋण के बारे में अधिक जानकारी:

विश्व बैंक की ओर से इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (IBRD) ये ऋण राशि प्रदान करेगा। भारत सरकार और विश्व बैंक के बीच हस्ताक्षरित किए ऋण समझौते के अंतर्गत ऋण राशि में 6 वर्ष की मुहलत देने के अलावा इसकी मैच्योरिटी अवधि 18 वर्ष की होगी।

अटल भुजल योजना (ABHY): राष्ट्रीय भू-‍जल प्रबंधन सुधार कार्यक्रम

अटल भु-जल योजना का उद्देश्य भू-‍जल के सहभागितापूर्ण प्रबंधन के लिए संस्‍थागत ढांचे को मजबूत करना और भू-जल संसाधनों के टिकाऊ प्रबंधन के लिए सामुदायिक स्‍तर पर व्‍यावहारिक परिवर्तन को प्रोत्साहित करना है। इसके अलावा कार्यक्रम के अंतर्गत भू-जल संबंधित संस्‍थाओं को सुदृढ़ करने के साथ-साथ देश में घटते भू-जल स्तरों को रोकने का भी कार्य किया जाएगा।

अटल भु-जल योजना (ABHY) का कार्यान्वयन:

अटल भुजल योजना को 7 राज्यों के 78 जिलों में लागू किया जाएगा। इन सात राज्यों में: मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र शामिल हैं। योजना के अंतर्गत राज्‍यों का चयन कई मानदंडों के आधार पर किया गया है जिनमें भू-जल संसाधनों के दोहन और उनमें गिरावट की स्थिति, भू-जल के बारे में कानूनी और वि‍नियामक उपाय और भू-जल प्रबधंन के बारे में विभिन्‍न कदमों पर अमल के लिए संस्‍थागत तैयारी तथा अनुभव शामिल हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के साथ-साथ अत्याधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से उपरोक्त लक्ष्यों को प्राप्त करने की संभावना है जो कार्यक्रम के बेहतर क्रियान्वयन में मदद करेंगे।

उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

  • विश्व बैंक के अध्यक्ष: डेविड रॉबर्ट मालपास

पीएम मोदी ने गुजरात में प्रवासी प्रजाति पर यूएन के COP-13 सम्मेलन का किया उद्घाटन

about | - Part 2712_7.1
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के गांधीनगर में जंगली जानवरों के प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण पर संयुक्‍त राष्‍ट्र जलवायु परिवर्तन संधि में शामिल देशों के 13 वें सम्मेलन (COP) का उद्घाटन किया। इस सम्मेलन का विषय “Migratory species connect the planet and we welcome them home” (इस उपग्रह को जोड़ने वाली प्रवासी प्रजातियों का स्‍वागत है) है।
सीएमएस COP-13 का लोगो दक्षिणी भारत के पारंपरिक कला रूप ‘कोलम’ से प्रेरित होकर लिया गया है। इस लोगो में, कोलम कला का इस्तेमाल भारत में प्रमुख प्रवासी प्रजातियों जैसे अमूर बाज़, हंपबैक व्‍हेल और समुद्री कछुओं को चित्रित करने के लिए किया जाता है। मेजबान होने के चलते भारत को अगले तीन वर्षों के लिए सम्मलेन अध्यक्ष चुना जाएगा। भारत 1983 से प्रवासी जंगली जानवरों के संरक्षण की संधि में शामिल है।

उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

  • गुजरात सीएम: विजय रूपाणी; राज्यपाल: आचार्य देव व्रत; राजधानी: गांधीनगर

अहमदाबाद में विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन कर सकते है डोनाल्ड ट्रम्प

about | - Part 2712_9.1
अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम नाम बदलकर सरदार वल्लभभाई स्टेडियम कर दिया गया है, जो विश्व का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, जिसका उद्घाटन भारत की यात्रा पर आने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा किया जा सकता है। इस स्टेडियम में लोगो के बैठने की क्षमता करीब एक लाख दस हजार है। पुराने क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा में लोगो के बैठने की क्षमता करीब 53000 थी, जिसे विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम के रूप में तैयार करने के लिए 2015 में तोड़ा गया और इसका नाम बदलकर सरदार वल्लभभाई स्टेडियम कर दिया गया।

उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

  • गुजरात के सीएम: विजय रूपाणी; राज्यपाल: आचार्य देव व्रत; राजधानी: गांधीनगर.

हैदराबाद में बायो-एशिया समिट 2020 का हुआ शुभारंभ

about | - Part 2712_11.1
तेलंगाना सरकार हैदराबाद में 17 फरवरी से 19 फरवरी, 2020 तक चलने वाली बायो-एशिया समिट 2020 का आयोजन कर रही है। इस समिट का मुख्य उद्देश्य जीव विज्ञान कंपनियों की क्षमता और उनके निवेश के बारे पता लगाना है। इस शिखर सम्मेलन का विषय:  “टुडे फ़ॉर टुमॉरो” है।

इस शिखर सम्मेलन में शोधकर्ता, निवेशक, कंपनियों के संगठन, स्टार्ट-अप और स्वास्थ्य देखभाल प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। ये समिट जीव विज्ञान उद्योग की उभरती आवश्यकताओं पर फोकस होगी।
उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
  • तेलंगाना के मुख्यमंत्री: के. चंद्रशेखर राव.
  • तेलंगाना के राज्यपाल: तमिलिसै सौंदरराजन

श्री बद्रीनाथ और श्री केदारनाथ मंदिर समिति ने लॉन्च किया अपना वेब पोर्टल

about | - Part 2712_13.1
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने श्री बद्रीनाथ और श्री केदारनाथ मंदिर समिति का अधिकारिक वेब पोर्टल लॉन्च किया। इस वेब पोर्टल को उत्तराखंड राज्य राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित किया गया है। इस वेबसाइट के माध्यम से दुनिया के किसी भी हिस्से में बैठे हुए चारधाम यात्रा के बारे में आसानी से जानकारी हासिल की जा सकेगी। इसके अलावा उन्होंने श्री बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर समिति की डायरी और कैलेंडर का भी अनावरण किया।

उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

  • श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष: मोहन प्रसाद थापलियाल 
  • समिति के उपाध्यक्ष: अशोक खत्री
  • समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी: बीडी सिंह

    सेबी ने नगरपालिका बांड विकास समिति का किया गठन

    about | - Part 2712_15.1
    बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने सुजीत प्रसाद की अध्यक्षता में नगरपालिका बांड विकास समिति (Municipal Bonds Development Committee) का गठन किया है। यह समिति नगरपालिका ऋण प्रतिभूतियों के उभरने से संबंधित नीतिगत मामलों पर सुझाव देगी और नगरपालिकाओं को इस तरह के बांड जारी करने की सुविधा प्रदान करेगी।
    इस समिति में नगर निगम के वकील, पेशेवर और कारोबारियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। ये पैनल, नगरपालिका ऋण प्रतिभूतियों के प्राथमिक और द्वितीयक बाजार के विनियमन और विकास से संबंधित मुद्दों पर सेबी को सलाह देगा।

    उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

    • सेबी मुख्यालय: मुंबई, अध्यक्ष: अजय त्यागी.

    इस साल 15 फरवरी को मनाया गया विश्व पैंगोलिन दिवस

    about | - Part 2712_17.1
    हर साल फरवरी के तीसरे शनिवार को विश्व पैंगोलिन (World Pangolin Day)दिवस मनाया जाता है। इस दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पैंगोलिन प्रजातियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन और इनके प्रति किए जा रहे संरक्षण प्रयासों को गति देने के लिए विभिन्न हितधारकों को इकठ्ठा किया जाता है। इस साल नौवां विश्व पैंगोलिन दिवस 15 फरवरी 2020 को मनाया गया।
    मध्यप्रदेश ने अत्यधिक संकटग्रस्त प्रजातियों में शामिल पैंगोलिन (Manis crassicaudata), विशेष रूप से भारतीय पैंगोलिन के संरक्षण के लिए विशेष पहल की है। मध्यप्रदेश के वन विभाग और वन्यजीव संरक्षण ट्रस्ट (Wildlife Conservation Trust) ने भारतीय पैंगोलिन की पारिस्थितिकी को समझने और प्रभावी ढंग से संरक्षित करने के लिए एक संयुक्त परियोजना की शुरूआत की है।
    इस परियोजना के अंतर्गत कुछ पैंगोलिन की गतिविधियों, निवास स्थल, दिनचर्या आदि का अध्ययन करने के लिए रेडियो-टैगिंग की गई है। इसके अलावा दो भारतीय पैंगोलिन का जंगल में सफलतापूर्वक पुनर्वास किया गया है।

    रोम में आयोजित की गई IFAD गवर्निंग काउंसिल की 43 वीं बैठक

    about | - Part 2712_19.1
    कृषि विकास के लिए धन पर विचार करने वाली – International Fund for Agricultural Development (कृषि विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय कोष) की 43 वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक इटली के रोम में आयोजित की गई। 43 वें सत्र में “Investing in sustainable food systems to end hunger by 2030″ (2030 तक भुखमरी को समाप्त करने के लिए स्थायी खाद्य प्रणालियों में निवेश) के विषय पर फोकस किया गया। यह विषय इस बात की ओर ध्यान आकर्षित करता है कि सतत, समावेशी, पौष्टिक और कुशल भोजन प्रणालियों के समर्थन में आईएफएडी की भूमिका और अनुभव कैसे सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी 2) को प्राप्त करने में में योगदान दे सकता है।
    इंटरनेशनल फंड फॉर एग्रीकल्चरल डेवलपमेंट की बैठक में कहा गया कि जलवायु परिवर्तन से कृषि पर पड़ने वाले इसके प्रभाव से ये 2030 तक लगभग 100 मिलियन लोगों को गरीबी की ओर ले जाएगा।

    उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

    • आईएफएडी स्थापना: 1977.
    • आईएफएडी अध्यक्ष: गिल्बर्ट एफ. होंगबो
    • आईएफएडी मुख्यालय: रोम, इटली

      दक्षिण-मध्य रेलवे स्टेशनों पर “ऊर्जा तटस्थ” स्थापित करने वाला बना देश का पहला जोनल

      about | - Part 2712_21.1
      भारतीय रेलवे का दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ज़ोन, “ऊर्जा तटस्थ” (energy neutral) पर रेलवे स्टेशन का संचालन वाला देश का पहला जोनल बन गया है। दक्षिण मध्य रेलवे ने अपने कुल 13 रेलवे स्टेशनों को “ऊर्जा तटस्थ” स्टेशनों में बदला है, जो भारतीय रेलवे के सभी जोनल में सबसे ज्यादा है।

      ऊर्जा-तटस्थ रेलवे स्टेशन, स्टेशन परिसर में लगे सौर फोटोवोल्टिक पैनलों के माध्यम से सौर ऊर्जा का उपयोग कर रेलवे स्टेशनो  की 100 प्रतिशत ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हैं।

      SCR ज़ोन के 13 ऊर्जा-तटस्थ रेलवे स्टेशन इस प्रकार हैं:

      • सिकंदराबाद डिवीजन के घाटकेसर स्टेशन परिसर में 10 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • सिकंदराबाद डिवीजन के धार स्टेशन परिसर में 5 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • सिकंदराबाद डिवीजन के रघुनाथपल्ली स्टेशन परिसर में 5 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • सिकंदराबाद डिवीजन के मेलाचेरुवु स्टेशन परिसर में 5 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • गुंटकल डिवीजन के ओट्टीमिट्टा स्टेशन परिसर में 7.5 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • विजयवाड़ा डिवीजन के कदियाम स्टेशन परिसर में 10 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं
      • विजयवाड़ा डिवीजन के द्वारापुड़ी स्टेशन में 10 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • विजयवाड़ा डिवीजन के गोदावरी स्टेशन में 10 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • हैदराबाद डिवीजन के धर्मबाद स्टेशन में 11.6 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • हैदराबाद डिवीजन के सिवुगांव स्टेशन में 2.2 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • हैदराबाद डिवीजन के उमरी स्टेशन में 17.43 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • हैदराबाद डिवीजन के कार्खेली स्टेशन में 2.2 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.
      • हैदराबाद डिवीजन के बोलसा स्टेशन में 2.95 kWp की क्षमता वाले सौर पैनल लगाए गए हैं.





                      उपरोक्त समाचार से सभी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-

                      • केंद्रीय रेल मंत्री: पीयूष गोयल

                      Recent Posts

                      about | - Part 2712_22.1