नोमुरा ने भारत के वित्तीय वर्ष 2025 की GDP वृद्धि के अपने अनुमान को 6.9% से घटाकर 6.7% कर दिया है। यह संशोधन अप्रैल-जून तिमाही के धीमे विकास दर के आंकड़ों के बाद किया गया, जहां GDP वृद्धि 6.7% दर्ज की गई, जो पिछली तिमाही के 7.8% से कम थी।
प्रमुख कारक जो डाउनग्रेड को प्रभावित करते हैं:
- सरकारी खर्च: राष्ट्रीय चुनावों के दौरान सरकारी खर्च में कमी के कारण आर्थिक मंदी।
- उपभोक्ता मांग: उच्च ब्याज दरों और कम वेतन वृद्धि के कारण शहरी खपत कमजोर।
- औद्योगिक गतिविधि: यात्री और वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में गिरावट औद्योगिक गतिविधि में मंदी का संकेत देती है।
तुलनात्मक विश्लेषण:
- नोमुरा के रूढ़िवादी दृष्टिकोण के बावजूद, अन्य वित्तीय संस्थान जैसे गोल्डमैन सैक्स और जेपी मॉर्गन ने अपने GDP वृद्धि के अनुमान 6.5% पर बनाए रखे हैं।
प्रभाव और भविष्य की दृष्टि:
- नोमुरा का मानना है कि मुद्रास्फीति में कमी और सरकारी खर्च में वृद्धि निकट भविष्य में विकास का समर्थन करेंगे।
- हालांकि, कम कॉर्पोरेट मुनाफे और क्रेडिट ग्रोथ में गिरावट जैसी चुनौतियां अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकती हैं।
समाचार में क्यों? | मुख्य बिंदु |
नोमुरा ने भारत की FY25 GDP वृद्धि को संशोधित किया | – नोमुरा ने भारत की FY25 GDP वृद्धि के अनुमान को 6.9% से घटाकर 6.7% कर दिया। |
संशोधन के कारण | – उच्च ब्याज दरों और वेतन वृद्धि में कमी के कारण कमजोर उपभोक्ता मांग। |
– राष्ट्रीय चुनावों के दौरान सरकारी खर्च में गिरावट। | |
– औद्योगिक गतिविधि में कमी (जैसे, वाहन बिक्री में गिरावट)। | |
आर्थिक संकेतक | – आधिकारिक आंकड़े: अप्रैल-जून तिमाही में भारत की GDP वृद्धि 6.7% रही, जो उम्मीद से कम थी। |
नोमुरा के आर्थिक पूर्वानुमान | – FY26 GDP वृद्धि का अनुमान: 6.8%। |
अन्य संस्थानों का दृष्टिकोण | – गोल्डमैन सैक्स और जे.पी. मॉर्गन ने FY25 के लिए 6.5% वृद्धि का अनुमान बरकरार रखा। |
सरकार के उपाय | – मुद्रास्फीति में कमी और सरकारी खर्च में वृद्धि से विकास को समर्थन मिलने की उम्मीद। |