बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा कदम उठाते हुए 28 जनवरी को पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। इसी के साथ बिहार में आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन टूट गया। अब नीतीश कुमार बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल को बताया कि वे महागठबंधन से अलग होने का फैसला कर चुके हैं। इसके बाद शाम होते-होते उन्होंने नौंवी बार भाजपा के समर्थन से सीएम पद की शपथ भी ले ली।
बिहार में अब आगे क्या?
जदयू का भाजपा से गठबंधन तय है। नीतीश कुमार ने राज्यपाल को भाजपा के समर्थन का पत्र सौंप दिया है। राज्यपाल ने समर्थन पत्र स्वीकार कर लिया है। इसके बाद साफ हो गया है कि बिहार में नीतीश कुमार एक बार फिर भाजपा के समर्थन में सरकार बनाएंगे। विधानसभा में भाजपा के 78, जदयू के 45 और हम के 4 विधायक हैं। 243 सदस्यीय विधानसभा में तीनों दलों को मिलाकर यह आंकड़ा 127 होता है, जो बहुमत के 122 के आंकड़े से पांच ज्यादा है।
आठवीं बार मुख्यमंत्री पद छोड़ा, नौवीं बार दोबारा ली शपथ
नीतीश कुमार पहली बार 3 मार्च 2000 को सीएम बने थे। हालांकि, बहुमत न जुटा पाने की वजह से उन्हें 10 मार्च 2000 को पद से इस्तीफा देना पड़ा था। नीतीश कुमार ने आठवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। 28 जनवरी 2024 को उन्होंने आठवीं बार मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया।