प्रौद्योगिकी विनिमय केंद्र का उद्देश्य भारत और कोरिया के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों के लिए एक मंच तैयार करना है जहां उन्हें नवीनतम प्रौद्योगिकियों की पहचान और विनिमय करने, प्रबंधन विशेषज्ञता, उत्पाद विकास और उत्पाद विकास के लिए प्रौद्योगिकी अनुप्रयोगों का आदान-प्रदान करने में सहायता की जा सकती है.
भारत की प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रतिबद्धताएं अप्रैल 2025 में बढ़कर 6.8 बिलियन डॉलर हो…
तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन…
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हेवलेट पैकार्ड एंटरप्राइज़ (HPE) ने 15 मई 2025 को भारत के लिए सीनियर वाइस प्रेसिडेंट…
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस 2025 (11 मई) के अवसर पर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST), भारत…
डेनमार्क के कैस्सो (Kasso) में 3 मई 2025 को दुनिया का पहला वाणिज्यिक स्तर का…