भारतीय राष्ट्रीय महिला दिवस (Indian National Women’s Day) हर साल 13 फरवरी को सरोजिनी नायडू (Sarojini Naidu) की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस वर्ष राष्ट्र उनकी 143वीं जयंती मना रहा है। उनका जन्म 13 फरवरी, 1879 को हुआ था। वह अपनी कविताओं के कारण अपने उपनाम ‘नाइटिंगेल ऑफ इंडिया (Nightingale of India)’ या ‘भारत कोकिला (Bharat Kokila)’ के लिए प्रसिद्ध थीं। सरोजिनी नायडू को साहित्य में उनके योगदान के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।
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सरोजिनी नायडू के बारे में:
- हैदराबाद में जन्मी और कैम्ब्रिज में शिक्षित सरोजिनी नायडू भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं का शक्तिशाली चेहरा थीं।
- साम्राज्यवाद-विरोधी, सार्वभौमिक मताधिकार, महिला अधिकार कार्यकर्ता श्रीमती नायडू ने भारत में महिला आंदोलनों का मार्ग प्रशस्त किया।
- इंडियन नाइटिंगेल सरोजिनी नायडू एक कार्यकर्ता और कवि दोनों के रूप में चमकती हैं।
- 1925 में सरोजिनी नायडू भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं।
- सरोजिनी नायडू उन अग्रणी नेताओं में से एक थीं जिन्होंने सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन का नेतृत्व किया।
- 1947 में जब वह संयुक्त प्रांत में राज्यपाल के रूप में शामिल हुईं, तो उन्होंने भारत के डोमिनियन में राज्यपाल का पद संभालने वाली पहली महिला बनकर इतिहास को फिर से लिखा।
- महिलाओं के अधिकारों, मताधिकार और संगठनों और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व के लिए उन्होंने 1917 में महिला भारत संघ की स्थापना की।