राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस 2024: तिथि, महत्व और इतिहास

भारत में हर साल 7 नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस मनाया जाता है, जो कैंसर की रोकथाम, शीघ्र पहचान, और उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। 2014 में इसकी स्थापना के बाद से, इस दिवस का उद्देश्य जनता को यह सिखाना है कि कैंसर से कैसे बचाव किया जाए और इसका प्रबंधन कैसे किया जाए। यह दिन महान पोलिश-फ्रांसीसी वैज्ञानिक मैरी क्यूरी को भी श्रद्धांजलि देता है, जिनकी रेडियोधर्मी तत्वों की खोज ने आधुनिक कैंसर उपचार में रेडिएशन थेरेपी का मार्ग प्रशस्त किया।

राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस का महत्व

कैंसर वैश्विक स्तर पर एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या है और भारत में इसकी गंभीरता काफी अधिक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, कैंसर दुनिया में मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है। राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस शीघ्र पहचान के महत्व पर जोर देता है, जिससे इलाज की संभावनाएं बढ़ती हैं, और कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए जीवनशैली में बदलाव को प्रोत्साहित करता है। भारत में लगभग 50% कैंसर के मामले उन्नत चरण में ही पहचाने जाते हैं, जिससे उपलब्ध उपचार की प्रभावशीलता कम हो जाती है। इस दिन के माध्यम से, भारत समय पर जांच, रोकथाम के उपाय, और कैंसर देखभाल के प्रति जागरूकता को बढ़ावा देने का प्रयास करता है।

राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस की शुरुआत 2014 में भारत के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने की थी। इस दिन के लिए 7 नवंबर को चुना गया, जो प्रसिद्ध वैज्ञानिक मैरी क्यूरी की जयंती का दिन है। 1867 में जन्मी मैरी क्यूरी ने रेडियम और पोलोनियम की खोज की, जिसने विज्ञान और चिकित्सा में क्रांति ला दी और रेडिएशन-आधारित कैंसर उपचार के विकास का मार्ग प्रशस्त किया।

राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम

भारत में कैंसर से निपटने का प्रयास 1975 में राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत के साथ हुआ। प्रारंभ में, इसका ध्यान कैंसर उपचार सुविधाओं को बढ़ाने पर था, लेकिन 1984-85 में इसे कैंसर की रोकथाम और शीघ्र पहचान की दिशा में बदल दिया गया। इस बदलाव ने कैंसर के शुरुआती चरणों में पहचान के महत्व को रेखांकित किया, जिससे समय पर हस्तक्षेप कर उपचार की सफलता दर में सुधार हुआ।

शीघ्र पहचान का महत्व

कैंसर से लड़ने के लिए शीघ्र पहचान सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है। शुरुआती चरण में कैंसर की पहचान से उपचार की संभावनाएं बढ़ जाती हैं और कम आक्रामक उपचार की जरूरत होती है। राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस के मौके पर विभिन्न नगरपालिका क्लीनिक, केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना (CGHS) सुविधाएं, और सरकारी अस्पतालों में मुफ्त कैंसर जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही, जनता को कैंसर के शुरुआती लक्षणों, रोकथाम रणनीतियों, और उपचार विकल्पों के बारे में जानकारी देने के लिए शिक्षाप्रद सामग्री भी वितरित की जाती है।

भारत में आम कैंसर प्रकार

भारत में पुरुषों और महिलाओं में कुछ सामान्य प्रकार के कैंसर अधिक देखे जाते हैं:

  • पुरुषों में: फेफड़े, प्रोस्टेट, कोलोरेक्टल, पेट, और यकृत कैंसर।
  • महिलाओं में: स्तन, कोलोरेक्टल, फेफड़े, गर्भाशय ग्रीवा, और थायराइड कैंसर। जीवनशैली और पर्यावरणीय कारक जैसे निष्क्रिय जीवनशैली, मोटापा, और हानिकारक पदार्थों का संपर्क भारत में कैंसर के बढ़ते मामलों के प्रमुख कारण माने जाते हैं।

कैंसर के कारण: एक जटिल प्रक्रिया

कैंसर का विकास एक बहु-चरणीय प्रक्रिया है जिसमें स्वस्थ कोशिकाओं का ट्यूमर कोशिकाओं में रूपांतरण होता है। उम्र के साथ कैंसर का जोखिम बढ़ता है, क्योंकि कोशिकाओं की मरम्मत की क्षमता घटती है। इसके अलावा, तंबाकू का सेवन, मोटापा, शारीरिक निष्क्रियता, अत्यधिक शराब का सेवन, और UV विकिरण के संपर्क जैसी जीवनशैली से जुड़े कारक कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं।

रोकथाम की रणनीतियाँ: कैंसर के जोखिम को कम करना

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए कई प्रभावी रणनीतियाँ सुझाई हैं:

  • तंबाकू से बचाव: फेफड़े, गले और मुख के कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए तंबाकू उत्पादों से दूर रहें।
  • स्वस्थ वजन बनाए रखना: मोटापा कई प्रकार के कैंसर, जैसे स्तन और कोलन कैंसर, के साथ जुड़ा हुआ है।
  • संतुलित आहार लेना: फलों, सब्जियों, और अनाज से भरपूर आहार शरीर को आवश्यक पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट प्रदान करता है।
  • नियमित शारीरिक गतिविधि: व्यायाम प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और सूजन को कम करने में सहायक है।
  • अल्कोहल सेवन कम करना: अल्कोहल के सेवन को सीमित या त्यागने से कैंसर का जोखिम कम हो सकता है।
  • टीकाकरण: हेपेटाइटिस बी और HPV टीकाकरण कुछ वायरस-जनित कैंसर से बचाने में मदद करते हैं।
  • UV विकिरण से बचाव: धूप में कम समय बिताना, सनस्क्रीन का उपयोग करना, और कृत्रिम टैनिंग से बचना।
  • वायु प्रदूषण से बचाव: वायु प्रदूषण के संपर्क को कम करना फेफड़े के कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है।

जन जागरूकता और शिक्षा का महत्व

कैंसर की रोकथाम और शीघ्र पहचान में जन जागरूकता और शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस कैंसर जोखिम कारकों, शुरुआती लक्षणों, और नियमित जांच के लाभों के महत्व की याद दिलाता है। जानकारी को प्रसारित करके और संसाधनों को उपलब्ध कराकर, यह दिन लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाता है और उन्हें ऐसे निर्णय लेने के लिए प्रेरित करता है जो कैंसर की रोकथाम में सहायक हो सकते हैं।

समाचार का सारांश

Aspect Details
चर्चा में क्यों?
  • राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस भारत में प्रतिवर्ष 7 नवंबर को मनाया जाता है, यह दिन कैंसर की रोकथाम, शीघ्र पहचान और उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है।
  • यह दिन प्रसिद्ध पोलिश-फ्रांसीसी वैज्ञानिक मैरी क्यूरी को भी श्रद्धांजलि देता है, जिनके रेडियोधर्मी तत्वों की खोज के काम ने विकिरण चिकित्सा की नींव रखी, जो आधुनिक कैंसर उपचार में एक महत्वपूर्ण उपकरण है।
कौन मनाता है? भारत (राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है)
अगर भारत का कोई अलग दिन होता भारत के लिए विशेष; विश्व स्तर पर, विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी को मनाया जाता है
कब शुरू हुआ 2014
विषय कोई विशिष्ट विषय नहीं; कैंसर की रोकथाम, शीघ्र पहचान और उपचार जागरूकता पर ध्यान केंद्रित किया गया
संस्करण 2024 (2014 से प्रतिवर्ष मनाया जाता है)
कारण कैंसर के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना, शीघ्र पहचान को बढ़ावा देना और विकिरण चिकित्सा में मैरी क्यूरी के योगदान का सम्मान करना
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]
vikash

Recent Posts

पीएम मोदी ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति को उपहार में दिया ‘सिलोफर पंचामृत कलश’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी नाइजीरिया यात्रा के दौरान नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला अहमद टिनूबू को…

2 hours ago

वैश्विक जलवायु सूचकांक में भारत दो स्थान नीचे गिरा

भारत ने क्लाइमेट चेंज परफॉर्मेंस इंडेक्स (CCPI) 2025 में पिछले वर्ष की तुलना में दो…

3 hours ago

विश्व मत्स्य दिवस 2024: थीम, इतिहास और महत्व

विश्व मत्स्य दिवस प्रतिवर्ष 21 नवंबर को मनाया जाता है। यह दिन स्वस्थ समुद्री पारिस्थितिक…

3 hours ago

आवास दिवस 2024: प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के माध्यम से ग्रामीण भारत को सशक्त बनाना

प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (PMAY-G) के 8वें वर्षगांठ के अवसर पर आवास दिवस 2024…

5 hours ago

नागालैंड के 25वें हॉर्नबिल महोत्सव में जापान साझेदार देश के रूप में शामिल

नागालैंड के प्रतिष्ठित हॉर्नबिल महोत्सव के 25वें संस्करण के लिए जापान को आधिकारिक साझेदार देश…

8 hours ago

भारत 2025 में पहले खो-खो विश्व कप की मेजबानी करेगा

भारत 13 से 19 जनवरी 2025 तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर (IGI) स्टेडियम…

8 hours ago