नागालैंड, जो भारत के सांस्कृतिक रूप से विविध पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित है, ने 1 दिसंबर 1963 को राज्य का दर्जा प्राप्त किया। यह दर्जा 1952 नहीं, बल्कि 1962 के नागालैंड राज्य अधिनियम के पारित होने के बाद मिला। राज्यत्व प्राप्ति के बाद से नागालैंड ने स्वदेशी संस्कृति के संरक्षण, जैव-विविधता की सुरक्षा और क्षेत्र में शांति स्थापना को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राज्य दिवस के अवसर पर मनाए जाने वाले समारोह नागालैंड की ऐतिहासिक यात्रा और उसके आधुनिक योगदानों को प्रदर्शित करते हैं, जो नागा समुदाय की दृढ़ता, एकता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।
नागालैंड के राज्य गठन का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
भारत की स्वतंत्रता (1947) के बाद नागा-बहुल क्षेत्र असम राज्य का हिस्सा बना रहा। समय के साथ नागा जनजातियों में राष्ट्रवादी भावनाएँ बढ़ीं, जिससे स्वायत्तता और कुछ समय पर अलगाव की मांगें उठीं। 1957 में असम के नागा हिल्स ज़िले और तुएंसांग फ्रंटियर डिवीज़न को मिलाकर केंद्र के प्रत्यक्ष नियंत्रण में रखा गया। 1960 में यह सहमति बनी कि नागालैंड को भारतीय संघ के भीतर एक पूर्ण राज्य बनाया जाएगा। अंततः 1963 में नागालैंड भारत का 16वाँ राज्य बना और 1964 में इसकी पहली निर्वाचित सरकार ने कार्यभार संभाला।
भौगोलिक प्रोफ़ाइल
स्थान: पूर्वोत्तर भारत
सीमाएँ:
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अरुणाचल प्रदेश — उत्तर-पूर्व
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असम — पश्चिम
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मणिपुर — दक्षिण
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म्यांमार — पूर्व
राजधानी: कोहिमा
जलवायु: मानसूनी (गर्मी–बारिश–सर्दी), मई से सितंबर तक 70–100 इंच वार्षिक वर्षा।
जनजातीय विविधता
नागालैंड 16 प्रमुख जनजातियों का घर है, जिनकी अपनी विशिष्ट परंपराएँ, भाषाएँ और सांस्कृतिक पहचान है।
मुख्य जनजातियाँ:
कोन्याक (सबसे बड़ी), आओ, तांगखुल, सेमा, अंगामी आदि।
संरक्षित वन क्षेत्र
राज्य की जैव-विविधता की रक्षा के लिए कई अभयारण्य और पार्क स्थापित किए गए हैं:
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इंटांकी राष्ट्रीय उद्यान
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सिंगफन वन्यजीव अभयारण्य
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पुली बादज़े वन्यजीव अभयारण्य
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फकीम वन्यजीव अभयारण्य
प्राकृतिक सुंदरता और पारिस्थितिक संपदा
हरे-भरे पर्वतों, विविध जीव-जंतुओं और शांत प्राकृतिक दृश्यों से युक्त नागालैंड मानव और प्रकृति के संतुलित सहअस्तित्व का अद्भुत उदाहरण है।
प्रमुख पारिस्थितिक आकर्षण:
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दज़ुकू वैली – अपने मनमोहक मौसमी फूलों के लिए प्रसिद्ध
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इंटांकी राष्ट्रीय उद्यान – जैव-विविधता का प्रमुख केंद्र
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सामुदायिक संरक्षण – स्थानीय जनजातियों की पारंपरिक और टिकाऊ संरक्षण पद्धतियाँ
अर्थव्यवस्था
राज्य की लगभग 90% आबादी कृषि पर आधारित है।
मुख्य फ़सलें:
धान (मुख्य खाद्यान्न), मक्का, ज्वार-बाजरा, दालें, तिलहन, गन्ना, आलू, तंबाकू।
हॉर्नबिल उत्सव
अवलोकन:
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प्रतिवर्ष 1 से 10 दिसंबर तक आयोजित
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नागा संस्कृति के सबसे सम्मानित पक्षी हॉर्नबिल के नाम पर
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2000 में पर्यटन और परंपराओं को बढ़ावा देने हेतु प्रारंभ
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“फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल्स” के नाम से प्रसिद्ध
मुख्य आकर्षण:
जनजातीय नृत्य, लोक संगीत, पारंपरिक खेल, हस्तशिल्प, और स्थानीय व्यंजन।
मुख्य बिंदु
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नागालैंड वर्ष 1963 में भारत का 16वाँ राज्य बना।
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राज्य दिवस: 1 दिसंबर — इसी दिन हॉर्नबिल उत्सव की शुरुआत भी होती है।
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राज्य पशु: मिथुन
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राज्य पक्षी: ब्लाइथ्स ट्रैगोपैन
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नौ भारतीय हॉर्नबिल प्रजातियों में से कई संकटग्रस्त हैं।
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महान हॉर्नबिल मुख्यतः पश्चिमी घाट और हिमालय के कुछ भागों में पाया जाता है।


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