राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (National Bank for Agriculture and Rural Development-NABARD) ने अपने 39 वें स्थापना दिवस अवसर पहली ‘डिजिटल चौपाल’ का आयोजन किया। “डिजिटल चौपाल” को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित किया गया था जिसमें नाबार्ड द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था, ताकि वे उन परियोजनाओं के बारे में अपने अनुभव साझा कर सकें जिनमें वे शामिल हैं।
डिजिटल चौपाल सत्र के दौरान, नाबार्ड ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए 5,000 करोड़ रुपये की पुनर्वित्त योजना का भी ऐलान किया। इस पुनर्वित्त योजना के जरिए, विकास वित्त संस्थान का लक्ष्य अपने 2,150 वाटरशेड विकास परियोजनाओं के लाभार्थियों को वित्त सहायता प्रदान करना है। इएक अलावा इसने प्रमुख कृषि साख समितियों (Primary Agricultural Credit Societies) को विभिन्न सेवा केंद्रों में बदलने के लिए 5,000 करोड़ रुपये की राशि का भी ऐलान किया है। यह वित्तीय सहायता 2020-21 से 2022-23 तक यानि तीन वर्षों की अवधि के लिए उपलब्ध होगी। इसके अलावा नबार्ड ने वित्त वर्ष 2021 में 5,000 PACS को अपग्रेड करने, इसके बाद वित्त वर्ष 2022 में 15,000 PACS और वित्तीय वर्ष 2023 में 15,000 PACS को अपग्रेड करने की योजना बनाई है।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के अध्यक्ष: जी आर चिंताला.