आंध्र प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी एन. श्रीकांत को केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा (एमएनआरई) मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, आंध्र प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी एन. श्रीकांत को केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। यह श्रीकांत के शानदार करियर में एक नया अध्याय है, जो क्षेत्र में उनकी पहले से ही प्रभावशाली उपलब्धियों की सूची में जुड़ गया है।
पृष्ठभूमि और कैरियर की मुख्य बातें
अखिल भारतीय सेवाओं के 1998-बैच के अधिकारी श्रीकांत का कैरियर पथ समृद्ध और विविध है। श्रीकांत ने अपने पूरे करियर में लगातार नेतृत्व और नवीनता का प्रदर्शन किया है।
- वह पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत थे, पिछले वर्ष उन्हें वहां स्थानांतरित कर दिया गया था।
- इससे पहले, उन्होंने ऊर्जा क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन करते हुए आंध्र प्रदेश सरकार में सचिव (ऊर्जा) का महत्वपूर्ण पद संभाला था।
- उनकी भूमिकाएँ राज्य की सीमाओं से परे तक फैली हुई हैं, जिनमें एपी राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण के पहले आयुक्त और एपी-ट्रांसको के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य करना शामिल है।
ऊर्जा सचिव के रूप में प्रमुख उपलब्धियाँ
आंध्र प्रदेश में ऊर्जा सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, श्रीकांत ने लागत प्रभावी उपायों को लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जिसके परिणामस्वरूप राज्य को पर्याप्त आर्थिक बचत हुई।
- उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक एपी बिजली उपयोगिताओं द्वारा ₹4,783 करोड़ की बचत की घोषणा की देखरेख करना था।
- यह उपलब्धि वित्तीय वर्ष 2019-20 और 2020-21 के दौरान बिजली की खुले बाजार से खरीद का विकल्प चुनने और कोयला परिवहन में रिवर्स टेंडरिंग शुरू करने जैसे रणनीतिक निर्णयों के माध्यम से हासिल की गई थी।
- इसके अतिरिक्त, श्रीकांत के मार्गदर्शन में ऊर्जा विभाग ने उसी अवधि के दौरान हाजिर बाजार से बिजली खरीद के माध्यम से लगभग 2,350 करोड़ रुपये की बचत की सूचना दी।
- इन वित्तीय सफलताओं ने न केवल राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर आंध्र प्रदेश सरकार की प्रशंसा भी अर्जित की।
नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति प्रतिबद्धता
- अपनी नियुक्ति के अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री श्रीकांत ने विद्युत मंत्रालय की नीतियों को आगे बढ़ाने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
- उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह देश भर में अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और जीवन स्तर में सुधार लाने के लक्ष्य के साथ नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने में सभी राज्यों को प्राथमिकता देंगे।
सकारात्मक प्रभाव की आशा
- जैसा कि एन. श्रीकांत नई ज़िम्मेदारियाँ संभाल रहे हैं, राष्ट्र की भलाई के लिए नवीकरणीय और टिकाऊ ऊर्जा प्रथाओं को बढ़ावा देने में उनके नेतृत्व में सकारात्मक प्रभाव जारी रहने की उम्मीद है।