तनुष कोटियान के नाबाद शतक की बदौलत मुंबई ने यहां पांचवें और अंतिम दिन ड्रॉ रहे मैच में शेष भारत पर पहली पारी की बढ़त के आधार पर अपना 15वां ईरानी कप जीत लिया। मुंबई ने अपना पिछला ईरानी कप 27 साल पहले 1997-98 सत्र के दौरान जीता था और तब से घरेलू क्रिकेट की यह ताकतवर टीम आठ और फाइनल में पहुंची लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
मुंबई का आखिरी फाइनल 2015-16 सत्र में रहा था। मुंबई ने अंतिम दिन छह विकेट पर 153 रन से आगे खेलना शुरू किया और दूसरी पारी आठ विकेट पर 329 रन बनाकर घोषित की। इस तरह मुंबई की कुल बढ़त 450 रन की हो गई।
मुख्य बिंदु
- पहली पारी में 64 रन बनाने वाले कोटियान ने 20 रन से आगे खेलना शुरू किया और 150 गेंद में 114 रन बनाकर नाबाद रहे। उनकी पारी में 10 चौके और एक छक्का शामिल है।
- एक सत्र से भी कम समय में 451 रन के लक्ष्य का पीछा करना नामुमकिन था जिससे शेष भारत के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने ड्रॉ के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी अजिंक्य रहाणे से हाथ मिलाया। इस तरह गत रणजी ट्रॉफी चैंपियन मुंबई ने मैच जीत लिया।
- कोटियान ने सरफराज खान (07) और शार्दुल ठाकुर (02) के जल्दी आउट होने के बाद शानदार परिपक्वता दिखाई, उन्हें 10वें नंबर के खिलाड़ी मोहित अवस्थी से अच्छा सहयोग भी मिला। इस समय मुंबई का स्कोर सात विकेट पर 171 रन था।
- अवस्थी 93 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 51 रन बनाकर नाबाद रहे। इस तरह कोटियान और अवस्थी ने नौवें विकेट के लिए 158 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई।
- ऑफ स्पिनर सारांश जैन ने 121 रन देकर छह विकेट झटके, हालांकि उनके प्रयास से नतीजे में बस विलंब हुआ।
- सरफराज खान को मुंबई की पहली पारी में दोहरा शतक जड़ने के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
इरानी ट्रॉफी के बारे में
इरानी कप, जिसे IDFC फर्स्ट बैंक इरानी ट्रॉफी के नाम से भी जाना जाता है, एक वार्षिक एकल फर्स्ट-क्लास क्रिकेट मैच है, जिसे बीसीसीआई द्वारा आयोजित किया जाता है। यह प्रत्येक सीज़न में मौजूदा रणजी ट्रॉफी चैंपियन और अन्य राज्य टीमों के खिलाड़ियों से मिलकर बनी एक बहु-राज्य की टीम के बीच खेला जाता है।
इसका उद्घाटन संस्करण मार्च 1960 में रणजी ट्रॉफी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर खेला गया था। इसे एक विशेष मैच के रूप में आयोजित किया गया था, लेकिन 1962 में बीसीसीआई ने इसे वार्षिक आयोजन के रूप में स्थापित करने का निर्णय लिया।
बीसीसीआई ने इरानी ट्रॉफी का नाम ज़ाल आर. इरानी के नाम पर रखा, जो 1928 से संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे और 1970 में उनकी मृत्यु तक सक्रिय रहे।
सबसे सफल इरानी ट्रॉफी जीतने वाली टीमें
- बाकी भारत – 30 बार
- मुंबई – 15 बार
- कर्नाटका – 6 बार
- दिल्ली – 2 बार
- रेलवे – 2 बार
- विदर्भ – 2 बार
पिछले 3 वर्षों के इरानी कप विजेता
- 2024/25 – मुंबई
- 2023/24 – बाकी भारत
- 2022/23 – बाकी भारत (मध्य प्रदेश के खिलाफ फाइनल)
- 2022/23 – बाकी भारत (सौराष्ट्र के खिलाफ फाइनल)
(2022/23 संस्करण COVID वर्षों के कारण दो बार खेला गया)