मॉर्गन स्टेनली ने भारत की GDP वृद्धि दर का अनुमान FY 2025–26 के लिए 6.2% से बढ़ाकर 6.7% कर दिया है। यह संशोधन अप्रैल–जून 2025 तिमाही में भारत की मज़बूत आर्थिक वृद्धि (7.8%) और आने वाले GST कटौती से त्योहारी सीजन में घरेलू माँग बढ़ने की उम्मीद के कारण किया गया है।
अनुमान बढ़ाने के प्रमुख कारण
1. Q1 (अप्रैल–जून 2025) का मजबूत प्रदर्शन
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GDP वृद्धि: 7.8%
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सरकारी खपत (Government consumption): +7.5% (YoY)
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निजी खपत (Private consumption): +7% (YoY)
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सकल स्थिर पूंजी निर्माण (GFCF): +7.8% (निवेश की अच्छी गति)
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अग्रिम सरकारी व्यय (Front-loaded expenditure) से माँग और पूंजी निर्माण को बढ़ावा मिला।
2. घरेलू माँग का दृष्टिकोण
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प्रस्तावित GST दर कटौती से उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा।
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त्योहारी सीजन की खपत अर्थव्यवस्था को सहारा देगी।
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ग्रामीण माँग अच्छी मानसून और मज़बूत खरीफ बुवाई से टिकाऊ रहेगी।
3. बाहरी चुनौतियों का संतुलन
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वैश्विक बाज़ारों में कमजोर निर्यात।
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अमेरिका के उच्च टैरिफ से प्रतिस्पर्धा प्रभावित।
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हालाँकि, रिपोर्ट का मानना है कि बाहरी माँग से लगभग 50 बेसिस पॉइंट का नकारात्मक असर GST कटौती से उत्पन्न खपत से संतुलित हो जाएगा।
4. निर्यात प्रवृत्तियाँ
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Q1 में निर्यात वृद्धि का सहारा: अमेरिका को अग्रिम शिपमेंट, टैरिफ लागू होने से पहले।
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अन्य क्षेत्रों में निर्यात धीमा, आयात निर्यात से अधिक रहा, जिससे नेट एक्सपोर्ट्स वृद्धि में बाधा बने।
5. क्षेत्रीय सहारा और ग्रामीण स्थिरता
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कृषि क्षेत्र: अच्छा मानसून और खरीफ बुवाई से स्थिर।
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GST सुधार: उपभोक्ताओं के लिए वस्तुएँ सस्ती, छोटे व्यवसायों को सहारा, खपत आधारित वृद्धि को बढ़ावा।
परीक्षा हेतु मुख्य तथ्य
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नया अनुमान (FY26 GDP वृद्धि): 6.7% (पहले: 6.2%)
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Q1 GDP वृद्धि (FY26): 7.8%
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मुख्य चालक: GST कटौती, त्योहारी माँग, ग्रामीण मजबूती
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निजी खपत वृद्धि: +7% YoY
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सरकारी खपत वृद्धि: +7.5% YoY


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