Home   »   मित्सुबिशी हेवी द्वारा जापान के जासूसी...

मित्सुबिशी हेवी द्वारा जापान के जासूसी उपग्रह को ले जाने वाले एच-आईआईए रॉकेट का सफल प्रक्षेपण

मित्सुबिशी हेवी द्वारा जापान के जासूसी उपग्रह को ले जाने वाले एच-आईआईए रॉकेट का सफल प्रक्षेपण |_3.1

मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज ने जापान के सूचना-संग्रह उपग्रह “ऑप्टिकल-8” को ले जाने वाले एच-आईआईए रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया।

मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्रीज ने जापान के सूचना-संग्रह उपग्रह “ऑप्टिकल -8” को ले जाने वाले एच-आईआईए रॉकेट के सफल प्रक्षेपण के साथ अंतरिक्ष अन्वेषण और राष्ट्रीय सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल किया है। यह घटना जापान की एयरोस्पेस क्षमताओं और रणनीतिक निगरानी में एक महत्वपूर्ण विकास का प्रतीक है।

लॉन्च विवरण

  • दिनांक और समय: प्रक्षेपण 12 जनवरी, 2024 को स्थानीय समयानुसार दोपहर 1:44 बजे तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से हुआ।
  • रॉकेट प्रकार: इस मिशन के लिए जापान के प्रमुख प्रक्षेपण यान, एच-आईआईए रॉकेट का उपयोग किया गया था।
  • उपग्रह: पेलोड “ऑप्टिकल-8” था, जो एक सूचना-संग्रह (टोही) उपग्रह था।
  • सफलता दर: 2001 में अपनी स्थापना के बाद से यह एच-आईआईए रॉकेट का 48वां प्रक्षेपण था, जिसने उच्च सफलता दर के साथ इसकी विश्वसनीयता को और मजबूत किया।

उपग्रह का उद्देश्य

ऑप्टिकल-8 उपग्रह को मुख्य रूप से खुफिया जानकारी जुटाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह सुरक्षा जानकारी एकत्र करने के लिए उन्नत ऑप्टिकल उपकरणों से सुसज्जित है। यह विकास जापान की रणनीतिक निगरानी और रक्षा क्षमताओं के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर क्षेत्रीय भू-राजनीतिक गतिशीलता को देखते हुए।

जापान के अंतरिक्ष कार्यक्रम का भविष्य

  • एच-3 रॉकेट में परिवर्तन: जापान ने दो और प्रक्षेपणों के बाद एच-आईआईए रॉकेट को हटाकर एच-3 रॉकेट में बदलने की योजना बनाई है। यह कदम जापान की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के चल रहे प्रयासों का हिस्सा है।
  • चुनौतियाँ और विकास: एच-3 रॉकेट में परिवर्तन को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जिसमें पिछले वर्ष मार्च में एक असफल परीक्षण प्रक्षेपण भी शामिल है। हालाँकि, 15 फरवरी को एक नए प्रायोगिक प्रक्षेपण की योजना बनाई गई है, जो जापान की अंतरिक्ष अन्वेषण क्षमताओं को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रगति और प्रतिबद्धता का संकेत देता है।

Fresh Oil Discovery in Krishna-Godavari Basin by ONGC_80.1

FAQs

हाल ही में, मरणोपरांत तेनजिंग नोर्गे सम्मान किसे दिया गया है?

सविता कंसवाल को मरणोपरांत तेनजिंग नोर्गे सम्मान मिला है।