कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE), इसरो के अंतरिक्ष विभाग में तकनीकी कार्यबल को बढ़ाने के लक्ष्य के साथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के साथ एक समझौता ज्ञापन (Memorandum of Understanding – MoU) पर हस्ताक्षर करता है। श्री राजेश अग्रवाल, MSDE सचिव ई, और श्री एस. सोमनाथ, सचिव अंतरिक्ष विभाग/इसरो अध्यक्ष ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
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प्रमुख बिंदु (KEY POINTS):
- इस पहल का उद्देश्य उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार देश में अंतरिक्ष क्षेत्र में इसरो तकनीकी पेशेवरों के कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अल्पकालिक पाठ्यक्रमों के लिए एक औपचारिक ढांचा स्थापित करना है। कार्यक्रम में अगले पांच वर्षों में 4000 से अधिक इसरो तकनीकी पेशेवरों को पढ़ाया जाएगा।
- प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य अंतरिक्ष विभाग (DOS) के अंतर्गत इसरो केंद्रों और इकाइयों में काम करने वाले विभिन्न तकनीकी कर्मचारियों का कौशल विकास करना है। पूरे देश में MSDE और इसके अत्याधुनिक प्रशिक्षण संस्थानों की सहायता से, यह कार्यक्रम नवीनतम उद्योग प्रवृत्तियों और आवश्यकता के अनुसार कर्मचारियों का कौशल विकास करने के लिए विशिष्ट विषयों में प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
- समझौता ज्ञापन के अंतर्गत, इसरो एमएसडीई और संबंधित एनएसटीआई के साथ संयुक्त रूप से काम करेगा, जिससे कि कार्यक्रम के महत्वपूर्ण उद्देश्यों को पूरा करने के लिए एक विस्तृत प्रशिक्षण कैलेंडर, प्रशिक्षण कार्यक्रम और पाठ्यक्रम तैयार किया जा सके। इसरो प्रशिक्षुओं को ट्रेनी किट भी प्रदान करेगा।
- प्रशिक्षण पूरे भारत में MSDE के राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों (NSTIs) में होगा।
- प्रशिक्षण कार्यक्रम का लक्ष्य अंतरिक्ष विभाग (DOS) के तहत इसरो केंद्रों और इकाइयों में विविध तकनीकी पेशेवरों की क्षमताओं में सुधार करना है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री: डॉ महेंद्र नाथ पांडे
- सचिव अंतरिक्ष विभाग / भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अध्यक्ष: श्री एस. सोमनाथ