शिक्षा मंत्रालय के नवाचार प्रकोष्ठ और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के नवोन्मेष प्रकोष्ठ ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) के छठे संस्करण की शुरूआत की है। इसके तहत सीनियर एसआईएच में हिस्सा लेने के लिए नवोन्मेषी विचार 30 सितंबर तक और जूनियर एसआईएच के लिए 30 अक्टूबर तक प्रस्तुत किये जा सकते हैं।
22 अफ्रीकी देशों ने हिस्सा लिया
मंत्रालय के बयान के अनुसार, एआईसीटीई के नवोन्मेष प्रकोष्ठ ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2023 की शुरूआत की घोषणा की जो इसका छठा संस्करण है। इस अवसर पर उच्च शिक्षा सचिव के. संजय मूर्ति ने कहा कि इस वर्ष जी20 समूह की भारत की अध्यक्षता के दौरान हमने यूनेस्को भारत-अफ्रीका हैकाथॉन की मेजबानी की जिसमें 22 अफ्रीकी देशों ने हिस्सा लिया और भारतीय छात्रों को उनके साथ टीम के रूप में अफ्रीकी देशों की समस्याओं से जुड़े विषय पर काम करने का मौका मिला।
गैर पारंपरिक समाधन ढूंढने की प्रेरणा
एआईसीटीई के अध्यक्ष टी जी सीताराम ने भविष्य को आकार प्रदान करने में नवाचार की भूमिका के रेखांकित करते हुए कहा कि भविष्य का निर्माण नवाचार पर आधारित होता है और 7500 नवोन्मेषी संस्थानों के नेटवर्क के साथ स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में हिस्सा लेने वालों को समस्याओं पर काम करने का महत्वपूर्ण अवसर मिलता है और उन्हें समस्याओं का गैर पारंपरिक समाधन ढूंढने की प्रेरणा मिलती है।
सीनियर एसआईएच में हिस्सा
इसमें कहा गया है कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के तहत सीनियर एसआईएच में हिस्सा लेने के लिए नवोन्मेषी विचार 30 सितंबर तक और जूनियर एसआईएच के लिए 30 अक्टूबर तक प्रस्तुत किये जा सकते हैं। इसमें समस्याओं से संबंधित 239 विषय शामिल हैं जिसमें 182 सॉफ्टवेयर संबंधी और 57 हार्डवेयर से जुड़े विषय हैं। एसआईएच में 26 केंद्रीय मंत्रालय, छह राज्य मंत्रालय और चार उद्योग सहयोगी जुड़े हैं।
एसआईएच के विषय
एसआईएच के विषयों में कृषि, ब्लाक चेन, साइबर सुरक्षा, खाद्य प्रौद्योगिकी, ग्रामीण विकास, स्वच्छ एवं हरित प्रौद्योगिकी, आपदा प्रबंधन, खेल, धरोहर एवं संस्कृति, जैव प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय एवं टिकाऊ ऊर्जा, स्मार्ट शिक्षा, स्मार्ट वाहन, परिवहन, यात्रा, पर्यटन, खिलौने आदि शामिल हैं।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुख्य बातें
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष: टी जी सीतारम
Find More News related to Summits and Conferences