Home   »   MCA ने गावस्कर की प्रतिमा का...

MCA ने गावस्कर की प्रतिमा का अनावरण किया, शरद पवार को सम्मानित किया

मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) ने 23 अगस्त 2025 को वानखेड़े स्टेडियम में एक ऐतिहासिक पहल की। भारतीय क्रिकेट के दिग्गजों को श्रद्धांजलि देते हुए, MCA ने पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गवासकर की प्रतिमा का अनावरण किया और शरद पवार क्रिकेट संग्रहालय का उद्घाटन किया। यह कदम मुंबई की समृद्ध क्रिकेट परंपरा को सलाम करता है, जहाँ एक महान बल्लेबाज़ और एक दूरदर्शी प्रशासक दोनों के योगदान को सम्मानित किया गया।

सुनील गवासकर: कांस्य में अमर

प्रतिमा और आत्मीय स्मृतियाँ
भारतीय क्रिकेट के “मूल बल्लेबाज़ी शिल्पकार” कहे जाने वाले गवासकर अपनी जीवन-आकार की प्रतिमा देखकर भावुक हो उठे। यह प्रतिमा संग्रहालय के प्रवेश द्वार पर स्थापित की गई है, जिसमें वह प्रसिद्ध शॉट दर्शाया गया है जिसके दम पर गवासकर ने 10,000 टेस्ट रन पूरे किए थे।

गवासकर ने मुंबई को अपनी “माँ” बताते हुए कहा कि यही शहर उनके क्रिकेट करियर की जन्मभूमि रहा है, जहाँ से वह स्कूल क्रिकेट से अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचे।
उन्होंने कहा – “जब भी कोई संग्रहालय में प्रवेश करेगा, सबसे पहले यह प्रतिमा दिखाई देगी। यह मेरे लिए बहुत खास है।”

शरद पवार क्रिकेट संग्रहालय: प्रशासन और विरासत को समर्पण

दूरदर्शी नेता का सम्मान
MCA ने पूर्व अध्यक्ष और बीसीसीआई (BCCI) के प्रमुख रह चुके शरद पवार की प्रतिमा का भी अनावरण किया और संग्रहालय को उनके नाम से समर्पित किया। यह संग्रहालय उन प्रशासकों के योगदान को प्रदर्शित करता है जिन्होंने भारतीय क्रिकेट प्रशासन को पेशेवर दिशा दी।

संग्रहालय की प्रमुख झलकियाँ:

  • बापू नाडकर्णी का ब्लेज़र और रोहित शर्मा की विश्व कप टी-शर्ट जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के अवशेष।

  • BEST बस और ट्रेन सेक्शन, जो मुंबई की रोज़मर्रा की जद्दोजहद और क्रिकेट यात्राओं का प्रतीक है।

  • पुनर्जीवित कंगा लीग लाइब्रेरी, जिसमें मुंबई के मशहूर मॉनसून टूर्नामेंट का ऐतिहासिक संग्रह सुरक्षित है।

यह संग्रहालय नॉस्टेल्जिया और आधुनिक कहानी कहने का मेल है, जो युवाओं को प्रेरित करेगा और शहर की खेल संस्कृति को जीवंत बनाएगा।

दादर यूनियन कैप: अंधविश्वास और प्रतीक

गवासकर की मेलबर्न स्मृति
गवासकर ने 1981 की ऑस्ट्रेलिया टेस्ट श्रृंखला की एक याद साझा की। मेलबर्न टेस्ट में उन्होंने भारतीय टीम की टोपी नहीं, बल्कि अपनी दादर यूनियन क्लब की कैप पहनी थी, जिसे वह “लकी” मानते थे। उस मैच में भारत ने शानदार जीत दर्ज की, जिसमें कपिल देव ने बीमार होने के बावजूद 5 विकेट चटकाए थे।

गवासकर ने बताया कि यह कैप केवल सौभाग्य का प्रतीक नहीं थी, बल्कि उनके जड़ों और मुंबई क्रिकेट की ताकत का भी स्मरण कराती थी।

prime_image

TOPICS: