तीन दिवसीय आयोजन में 25 देशों के करीब 400 प्रतिनिधि भाग लेंगे. इसका उद्देश्य कर्नाटक को वैश्विक रूप से परिचित करना है तथा पर्यटन को आकर्षित करना है, जिसमें राज्य के वन्यजीव, लक्जरी और रोमांचक गंतव्यों, ऐतिहासिक स्मारकों और यूनेस्को की विश्व विरासत स्थलों को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है.
भारत अपने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में विदेशी कंपनियों को 49% तक हिस्सेदारी लेने की अनुमति…
पायल कपाड़िया, मुंबई की एक फिल्म निर्माता, को फ्रांसीसी सरकार द्वारा प्रतिष्ठित 'ऑफिसियर डां ल'ऑर्ड्रे…
कैलाश मानसरोवर यात्रा (केएमवाई) एक महत्वपूर्ण वार्षिक तीर्थयात्रा है, जो भारत और चीन के बीच…
भारत और फ्रांस 28 अप्रैल 2025 को 26 राफेल-नेवल (राफेल-एम) लड़ाकू विमानों की खरीद के…
वैश्वीकरण के इस दौर में, जहाँ व्यापार के माध्यम से देशों को एक-दूसरे के करीब…
भारत ने हाइपरसोनिक हथियारों के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।…