भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) में अपने नए लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (Small Satellite Launch Vehicle – SSLV) के ठोस ईंधन आधारित बूस्टर चरण (एसएस1) का जमीनी परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह प्रक्षेपण यान के तीनों चरणों का जमीनी परीक्षण पूरा करता है। वाहन अब अपनी पहली विकास उड़ान के लिए तैयार है, जो मई 2022 के लिए निर्धारित है।
आरबीआई असिस्टेंट प्रीलिम्स कैप्सूल 2022, Download Hindi Free PDF
हिन्दू रिव्यू फरवरी 2022, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
एसएसएलवी के अन्य चरणों जैसे एसएस2 और एसएस3 ने सफलतापूर्वक आवश्यक जमीनी परीक्षण किए हैं और एकीकरण के लिए तैयार हैं। वर्तमान में, छोटे उपग्रहों का प्रक्षेपण इसरो के पीएसएलवी (पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) पर बड़े उपग्रह प्रक्षेपण के साथ ‘पिगी-बैंक’ की सवारी पर निर्भर है, जिसने लगभग 50 सफल प्रक्षेपण पूरे कर लिए हैं।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे :
- इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष सचिव: डॉ एस सोमनाथ;
- इसरो मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक;
- इसरो की स्थापना: 15 अगस्त 1969।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams