ईरान ने संघर्ष के बाद क्षेत्रीय तनाव के बीच ओमान की खाड़ी में क्रूज मिसाइलों, युद्धपोतों और वायु इकाइयों के साथ “सस्टेनेबल पावर 1404” मिसाइल अभ्यास शुरू किया।
अपनी रणनीतिक ताकत का प्रदर्शन करते हुए, ईरान ने उत्तरी हिंद महासागर और ओमान की खाड़ी में “सस्टेनेबल पावर 1404” नामक एक बड़े पैमाने पर मिसाइल अभ्यास किया। गुरुवार को शुरू हुआ यह दो दिवसीय अभ्यास, 12 जून को हुए संघर्ष के बाद ईरान का पहला बड़ा सैन्य अभ्यास है, जो बढ़ते क्षेत्रीय तनाव और हालिया सैन्य असफलताओं के बाद तेहरान द्वारा समुद्री प्रतिरोध स्थापित करने के प्रयासों को दर्शाता है।
अभ्यास के उद्देश्य और घटक
अभ्यास का उद्देश्य
ईरानी नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि इस ऑपरेशन को इस प्रकार डिज़ाइन किया गया था,
- युद्ध की तैयारी और कमान समन्वय में सुधार
- निवारक क्षमताओं को सुदृढ़ करना
- युद्धोत्तर लचीलापन प्रदर्शित करना
परिनियोजन अवलोकन
राज्य टेलीविजन ने भागीदारी की पुष्टि की,
- सतह और उपसतह युद्धपोत
- वायु इकाइयाँ और मिसाइल रक्षा प्रणालियाँ
- इलेक्ट्रॉनिक युद्ध ब्रिगेड
उल्लेखनीय रूप से, अभ्यास के दौरान नासिर और कादिर जैसी सटीक मारक क्रूज मिसाइलें तैनात की गईं, जो ईरान की लंबी दूरी की लक्ष्य-क्षमता को प्रदर्शित करती हैं।
भू-राजनीतिक संदेश
विश्लेषकों का मानना है कि ये अभ्यास हाल ही में हुए इज़राइली सैन्य अभ्यासों का एक रणनीतिक जवाबी जवाब है, जिनमें कथित तौर पर ईरानी परमाणु ढाँचे पर हमले का अभ्यास किया गया था। इसके अतिरिक्त, ये अभ्यास ईरान की सैन्य क्षमता और जवाबी कार्रवाई की तैयारी को भी दर्शाते हैं, खासकर निम्नलिखित परिस्थितियों में,
- जून 2025 का संघर्ष, जिसमें इज़राइल ने ईरानी मिसाइल स्थलों को निशाना बनाया
- ईरान द्वारा इजरायली शहरों पर जवाबी हमले और कतर में अमेरिकी अड्डे पर मिसाइल हमले का प्रयास


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