भारत की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation-IOC), तेल और स्वच्छ ऊर्जा दोनों रूपों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अपनी मथुरा रिफाइनरी (Mathura refinery) में देश का पहला ‘ग्रीन हाइड्रोजन’ संयंत्र बनाएगी। यह देश की पहली ग्रीन हाइड्रोजन इकाई होगी। पहले, प्राकृतिक गैस जैसे जीवाश्म ईंधन का उपयोग करके ‘ग्रे हाइड्रोजन (grey hydrogen)’ का उत्पादन करने के लिए परियोजनाओं की घोषणा की गई है।
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इसके लिए कंपनी 250 मेगावाट बिजली का इस्तेमाल करेगी, जो वह सौर ऊर्जा जैसे अक्षय स्रोतों से पैदा करती है, इलेक्ट्रोलिसिस (electrolysis) के माध्यम से बिल्कुल ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए। मथुरा (Mathura) को टीटीजेड (Taj Trapezium Zone-TTZ) से निकटता के आधार पर चुना गया है। हाइड्रोजन दुनिया की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए नवीनतम चर्चा है। हाइड्रोजन, अपने आप में एक स्वच्छ ईंधन है, लेकिन इसका निर्माण ऊर्जा-गहन है और इसमें कार्बन उपोत्पाद हैं।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष: श्रीकांत माधव वैद्य (Shrikant Madhav Vaidya);
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन मुख्यालय: मुंबई;
- इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की स्थापना: 30 जून 1959।