आरबीआई के अनुसार, वाणिज्यिक उधार, अल्पकालिक ऋण और अनिवासी भारतीय (NRI) जमा में कमी के कारण पिछले तिमाही में जून के अंत में भारत का बाहरी ऋण 2.8% घटकर 514.4 अरब डॉलर हो गया है. जून 2018 के अंत में, विदेशी ऋण 514.4 बिलियन अमरीकी डालर पर रखा गया था, मार्च 2018 के अंत में 14.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की गिरावट दर्ज की गई.
बाहरी ऋण के परिमाण में कमी मुख्य रूप से भारतीय डॉलर और प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की अभिमूल्यन के कारण मूल्यांकन लाभ के कारण से हुई थी. जून 2018 के अंत में जीडीपी अनुपात का बाहरी ऋण 20.4% था, जो मार्च 2018 के अंत में 20.5% के स्तर से कम था.
स्रोत- द इकोनॉमिक टाइम्स
उपरोक्त समाचार से Indian Bank PO Exam 2018 के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- उर्जित पटेल- आरबीआई के 24 वें गवर्नर, मुख्यालय- मुंबई, स्थापना– 1 अप्रैल, कोलकता.