केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आईआईटी हैदराबाद में भारत के ऑटोनोमस नेविगेशन सिस्टम (स्थलीय और हवाई) के लिए भारत के पहले टेस्टेड “तिहान-आईआईटी हैदराबाद” की नींव रखी। आईआईटी हैदराबाद में मानव रहित वायुयानों तथा दूरस्थ नियंत्रित वाहनों के लिए ऑटोनोमस नेविगेशन सिस्टम पर आधारित प्रौद्योगिकी नवाचार केन्द्र को ‘तिहान फाउंडेशन’ के रूप में जाना जाता है।
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TiHAN नेविगेशन सिस्टम के बारे में
- भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) ने राष्ट्रीय अंतर-विषयी साइबर-फिजिकल सिस्टम (NM-ICPS) मिशन के तहत ऑटोनोमस नेविगेशन और डेटा अधिग्रहण प्रणाली (यूएवी, आरओवीएस आदि) पर एक प्रौद्योगिकी नवाचार केन्द्र स्थापित करने हेतु आईआईटी हैदराबाद के लिए 135 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
- IIT हैदराबाद परिसर में दो एकड़ जमीन पहले ही आवंटित की जा चुकी है और सुविधाओं की योजना बनाई गई है।
- सभी स्मार्ट खंभों को संचार प्रदान करने वाली तकनीक से लैस किया गया है, जबकि कुछ खंभों को बारिश का दृश्य दिखाने के लिए स्प्रिंकलर से लैस किया गया है। विकसित परीक्षण स्थल सभी उद्योगों, ऑटोनोमस नेविगेशन के व्यापक क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास के लिए कार्यरत संचालन करने वाले अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं, शिक्षाविदों द्वारा उपयोग के लिए उपलब्ध होगा।
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- आईआईटी-हैदराबाद के निदेशक: बुदराजू श्रीनिवास मूर्ति.