भारत में शेयर बाजार में बड़ा बदलाव लागू हो गया है। बता दें टी+1 (T+1 settlement) सेटेलमेंट लागू कर दिया गया है। आरंभ में इस सिस्टम के दायरा कुछ शेयरों तक ही रखा गया है। आगे चलकर बाकी सभी शेयर इसके दायरे में जाएंगे। यह T+1 settlement सिस्टम शेयर बाजार के दोनों महत्वपूर्ण सूचकांक एनएसई (NSE) और बीएसई (BSE) के शेयर सौदों पर लागू होगा। चीनी बाजार वर्तमान में आंशिक रूप से T+1 है। इस कदम के साथ, सभी स्टॉक निपटान अगले दिन किए जाएंगे, जिससे शेयर बाजार में वित्तीय लेन-देन तेजी से होगा।
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मौजूदा समय में देश में अप्रैल 2003 से T+2 सेटलमेंट साइकल लागू है। यानी जब आप शेयर बेचते हैं, तो वो शेयर तुरंत ब्लॉक हो जाता है और राशि आपको कारोबारी दिन के दो दिन बाद (T+2 डे) मिलती है। इससे पहले देश में T+3 सेटलमेंट साइकिल चल रहा था।
क्या है टी+1 सेटलमेंट
शेयर बाजार की नियामक संस्था सेबी के अनुसार, नए साल से कोई भी स्टॉक एक्सचेंज सभी शेयरधारकों के लिए किसी भी शेयर के लिए T+1 सेटलमेंट साइकिल को चुन सकता है। आपको शेयर बेचने पर कारोबारी दिन के एक दिन बाद ही पैसा मिल जाएगा। यह छोटा सेटलमेंट साइकल ज्यादा सुविधाजनक होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पैसे के रोटेशन में तेजी आएगी।
अगस्त 2021 की शुरुआत में ही सेबी ने इसके लिए निशेषज्ञों का एक पैनल बनाया था, जिसे T+2 के बजाय T+1 साइकल लागू करने की प्रक्रिया की मुश्किलों पर रिपोर्ट पेश करनी थी। यह रिपोर्ट मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीट्यूशंस जैसे स्टॉक एक्सचेंज, क्लीयरिंग कॉर्पोरेशन और डिपॉजिटर्स के साथ बातचीत के बाद सौंपी जानी थी।
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