हाल ही में मध्य-वर्ष की व्यापक आर्थिक समीक्षा में, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी (एनआईपीएफपी) ने अनुमान लगाया है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) में भारत की आर्थिक वृद्धि घटकर 6% हो जाएगी। इस अनुमानित मंदी का श्रेय वैश्विक अर्थव्यवस्था में व्याप्त प्रतिकूल परिस्थितियों को दिया जाता है। एनआईपीएफपी विश्लेषण विभिन्न आर्थिक संकेतकों और रुझानों पर विचार करता है, जो भारत की अर्थव्यवस्था के संभावित प्रक्षेप पथ में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।
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भारतीय अर्थशास्त्र (indian economy ranking) के जनक चाणक्य हैं. जानकारी के लिए बता दे की चाणक्य को कौटिल्य व विष्णुगुप्त नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने ही कौटिल्य की अर्थशास्त्र नामक पुस्तक लिखी थी.
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