भारतीय सेना ने राष्ट्रीय जलविद्युत ऊर्जा निगम (NHPC) लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिसमें गोला-बारूद और अन्य युद्ध से संबंधित उपकरणों के भंडारण के लिए चीन और पाकिस्तान की सीमाओं के साथ चार भूमिगत सुरंगों का निर्माण किया जाएगा.
तीन सुरंग चीनी सीमा के साथ बनाई जाएंगी और एक सुरंग पाकिस्तान सीमा के साथ बनाई जाएगी. यह सुरंग 175-200 मीट्रिक टन गोला बारूद का भंडारण कर सकती है और इस पायलट परियोजना की लागत लगभग 15 करोड़ रुपये है.
स्रोत: बिजनेस स्टैंडर्ड