भारतीय सेना ने सॉफ्टवेयर और एआई-आधारित समाधान विकसित करने के लिए नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (NSUT) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह साझेदारी सक्रिय परियोजनाओं, संकाय प्रशिक्षण और स्वदेशी, प्रौद्योगिकी-आधारित रक्षा तैयारियों को मजबूत करने पर केंद्रित है।
भारतीय सेना ने नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (NSUT) के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस सहयोग का उद्देश्य सेना की बदलती परिचालन और तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सॉफ्टवेयर-आधारित और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधारित समाधान विकसित करना है।
भारतीय सेना और NSUT के बीच हुए समझौता ज्ञापन की मुख्य विशेषताएं
- समझौते के तहत, NSUT के छात्र और संकाय सदस्य वास्तविक समस्या-समाधान परियोजनाओं पर भारतीय सेना के साथ सीधे तौर पर जुड़ेंगे।
- इस तरह के व्यावहारिक अनुभव से अकादमिक अनुसंधान को वास्तविक दुनिया के सैन्य अनुप्रयोगों में परिवर्तित करने में मदद मिलेगी।
- अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय (ADGPI) के अनुसार, यह सहयोग प्रौद्योगिकी आधारित रक्षा तैयारियों को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत करेगा।
सहयोग में NSUT की भूमिका
NSUT क्षमता निर्माण और नवाचार में केंद्रीय भूमिका निभाएगा। विश्वविद्यालय,
- छात्रों और शिक्षकों को भारतीय सेना की वास्तविक परियोजनाओं पर काम करने में सक्षम बनाना।
- कौशल उन्नयन के लिए संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) प्रदान करें।
- सेना कर्मियों के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम डिजाइन करें।
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डेटा विश्लेषण, साइबर सुरक्षा और सॉफ्टवेयर प्रणालियों में अनुसंधान का समर्थन करें
इस शैक्षणिक भागीदारी से यह सुनिश्चित होता है कि भावी इंजीनियरों और शोधकर्ताओं को अपने करियर के शुरुआती चरण में ही राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों से अवगत होने का अवसर मिले।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सॉफ्टवेयर समाधानों पर फोकस
समझौता ज्ञापन विशेष रूप से एआई आधारित और सॉफ्टवेयर संचालित समाधानों पर केंद्रित है, जिनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
- निर्णय समर्थन प्रणाली
- पूर्वानुमानित रखरखाव उपकरण
- लॉजिस्टिक्स और आपूर्ति श्रृंखला अनुकूलन
- निगरानी और डेटा विश्लेषण प्रणालियाँ
- साइबर सुरक्षा और सुरक्षित संचार प्लेटफॉर्म
मुख्य तथ्य
- भारतीय सेना ने 22 दिसंबर, 2025 को एनएसयूटी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
- यह साझेदारी एआई आधारित और सॉफ्टवेयर संचालित रक्षा समाधानों पर केंद्रित है।
- एनएसयूटी के छात्र और संकाय सदस्य भारतीय सेना की वास्तविक परियोजनाओं पर काम करेंगे।
- विश्वविद्यालय क्षमता निर्माण के लिए संकाय विकास कार्यक्रम आयोजित करेगा।
- यह कदम स्वदेशी नवाचार और रक्षा आधुनिकीकरण को बढ़ावा देता है।
- यह रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
आधारित प्रश्न
प्रश्न: भारतीय सेना ने 22 दिसंबर, 2025 को किस संस्था के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए?
A. आईआईटी दिल्ली
B. एनएसयूटी (नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय)
C. एम्स दिल्ली
D. एनआईटी वारंगल


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