भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना (IAF) ने ‘विंग्ड रेडर’ नामक संयुक्त सैन्य अभ्यास को पूर्वी थिएटर में सफलतापूर्वक संपन्न किया। इस रणनीतिक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य विशेष हवाई अभियानों को मजबूत करना और दोनों सेनाओं के बीच समन्वय को बढ़ाना था। यह अभ्यास एक महत्वपूर्ण परिचालन क्षेत्र में आयोजित किया गया, जिससे तेजी से तैनाती (Rapid Deployment) क्षमताओं और अंतर्सेवा (Inter-Service) तालमेल को सुधारने में मदद मिली।
‘विंग्ड रेडर’ अभ्यास क्यों महत्वपूर्ण है?
‘विंग्ड रेडर’ अभ्यास जटिल भूभागों में हवाई घुसपैठ (Airborne Insertion) तकनीकों को परिष्कृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान में स्थिर-पंख (Fixed-wing) और रोटरी-विंग (Rotary-wing) विमान दोनों का उपयोग किया गया, जिससे उच्च स्तर की तैयारी का प्रदर्शन हुआ। इस अभ्यास का एक प्रमुख आकर्षण यह था कि पहली बार चिनूक हेलीकॉप्टर का उपयोग पूर्वी थिएटर में सैनिकों के हवाई अभियानों के लिए किया गया। विशेष बलों (Special Forces) ने इस अभियान में भाग लिया और तेजी से तैनाती, सामरिक युद्धाभ्यास और मिशन तैयारियों पर विशेष ध्यान दिया।
यह अभ्यास भारत की रक्षा तैयारियों को कैसे मजबूत करता है?
संयुक्त सैन्य अभ्यास यह दर्शाता है कि आधुनिक सैन्य रणनीतियों में हवाई बलों की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है। इस अभ्यास के दौरान हवाई घुसपैठ, समन्वित हमले और तेज सैनिक मूवमेंट का अभ्यास किया गया, जिससे वास्तविक समय के सैन्य अभियानों के लिए भारतीय सेना और वायुसेना की तत्परता सुनिश्चित की जा सके। ‘विंग्ड रेडर’ जैसे अभ्यास उच्च ऊंचाई और सीमा क्षेत्रों में किसी भी खतरे से निपटने के लिए समेकित युद्ध रणनीतियों के विकास में मदद करते हैं।
‘विंग्ड रेडर’ का व्यापक रक्षा रणनीति में क्या योगदान है?
‘विंग्ड रेडर’ की सफलता भारत की एकीकृत थिएटर कमांड (Integrated Theater Command) प्रणाली को मजबूत करने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, जहां विभिन्न सैन्य शाखाएँ एक समेकित रणनीति के तहत काम कर सकें। ऐसे सैन्य अभ्यास संगठित सैन्य योजना और रणनीतिक तैनाती को विकसित करने में मदद करते हैं।
इसके अलावा, 9 फरवरी 2025 को थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी और वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल अमरप्रीत सिंह ने एक साथ स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस में उड़ान भरी। यह पहली बार था जब दोनों सेनाध्यक्षों ने एक साथ तेजस में उड़ान भरी, जो भारतीय सेना और वायुसेना के बीच बढ़ते सहयोग और समन्वय का प्रतीक है।
परीक्षा तैयारी के लिए मुख्य बिंदु | विवरण |
क्यों चर्चा में है? | भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना (IAF) ने पूर्वी थिएटर में ‘एक्सरसाइज विंग्ड रेडर’ का आयोजन किया। इसमें चिनूक हेलीकॉप्टरों और स्पेशल फोर्सेज के माध्यम से तेजी से तैनाती (Rapid Deployment) पर ध्यान दिया गया। इसके अलावा, थलसेना और वायुसेना प्रमुखों ने पहली बार LCA तेजस में एक साथ उड़ान भरी। |
अभ्यास का नाम | विंग्ड रेडर |
शामिल बल | भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना (IAF) |
स्थान | पूर्वी थिएटर (भारत) |
मुख्य विशेषता | पूर्वी थिएटर में पहली बार चिनूक हेलीकॉप्टरों का हवाई प्रशिक्षण में उपयोग। |
विशेष भागीदारी | भारतीय सेना के विशेष बल (Special Forces) |
उद्देश्य | हवाई घुसपैठ (Airborne Insertion), तेजी से तैनाती (Rapid Deployment), और अंतर्सेवा समन्वय (Inter-Service Coordination) को बढ़ाना। |
संबंधित विकास | थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने पहली बार एक साथ LCA तेजस में उड़ान भरी। |
अभ्यास में उपयोग किए गए विमान | चिनूक हेलीकॉप्टर, फिक्स्ड-विंग विमान |
उल्लेखित स्वदेशी विमान | LCA तेजस |
थलसेना प्रमुख (COAS) | जनरल उपेंद्र द्विवेदी |
वायुसेना प्रमुख (CAS) | एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह |
भविष्य की सैन्य योजना से संबंध | इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड (Integrated Theater Commands) |