
भारतीय वायुसेना पूर्वोत्तर भारत में 1 से 5 फरवरी तक एक बड़ा अभ्यास आयोजित करने जा रही है। इस वॉर एक्सरसाइज को ‘प्रलय’ नाम दिया गया है। बताया जा रहा है कि यह अभ्यास अगले कुछ दिनों में ही शुरू होने वाला है। इसके लिए भारतीय वायु सेना ने क्षेत्र में एस-400 एयर डिफेंस स्क्वाड्रन को तैनात करके सक्रिय कर दिया है। आपको बता दें, एस-400 एयर डिफेंस स्क्वाड्रन, दुश्मन के किसी भी विमान या मिसाइल को 400 किमी तक की दूरी से भी रोक सकता है।
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मुख्य बिंदु
- वायु सेना द्वारा पूर्वोत्तर के सभी प्रमुख एयरबेसों से ‘प्रलय’ का आयोजन किया जाएगा।
- अभ्यास का आयोजन फरवरी के पहले सप्ताह में आयोजित होने वाले ‘पूर्वी आकाश’ नाम के एक अन्य वायु सेना अभ्यास की तैयारी के बीच किया जाएगा, जो एक वार्षिक कमांड-स्तरीय अभ्यास है।
- वायु सेना द्वारा अभ्यास का आयोजन ऐसे समय में किया जा रहा है जब हाल ही में भारतीय वायु सेना ने इस क्षेत्र में एस-400 वायु रक्षा स्क्वाड्रन को तैनात और सक्रिय कर दिया है जो दुश्मन के किसी भी विमान या मिसाइल को 400 किलोमीटर दूर से ही मार गिराने में सक्षम है।
- इस अभ्यास में परिवहन और अन्य विमानों के साथ-साथ राफेल और सुखोई -30 लड़ाकू जेट समेत वायु सेना के मुख्य लड़ाकू हथियार शामिल होंगे।
- हाल के महीनों में वायु सेना द्वारा आयोजित किया गया यह दूसरा कमांड-स्तरीय अभ्यास है।



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