सरकार ने विदेश व्यापार नीति (FTP) 2023 पेश की, जिसका उद्देश्य 2030 तक देश के निर्यात को 2 ट्रिलियन अमरीकी डालर तक बढ़ाना है। नई नीति पिछले 5-वर्षीय FTP घोषणाओं से अलग है क्योंकि इसकी कोई विशिष्ट अंतिम तिथि नहीं है और इसे संशोधित किया जाएगा। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने उद्योग के प्रतिनिधियों और मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की उपस्थिति में नीति को जारी किया। पीयूष गोयल ने कहा कि नई विदेश व्यापार नीति का मकसद कारोबार को इंसेटिव यानी प्रोत्साहन वाली रिजीम से हटाकर छूट और पात्रता आधारित रिजीम पर शिफ्ट करना है।
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नई विदेश व्यापार नीति 2023 की मुख्य विशेषताएं:
- वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा घोषित नई विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2023, 1 अप्रैल, 2023 से प्रभावी होगी।
- एफ़टीपी का उद्देश्य 2030 तक भारत के निर्यात को 2 ट्रिलियन अमरीकी डालर तक बढ़ाना है और इसकी कोई विशिष्ट अंतिम तिथि नहीं है, लेकिन आवश्यकतानुसार इसे अपडेट किया जाएगा।
- अनुमान है कि चालू वित्तवर्ष में हमारा कुल निर्यात 760-770 अरब डॉलर होगा। वित्तवर्ष 2021-22 में देश का कुल निर्यात 676 अरब डॉलर रहा था।
- नई विदेश व्यापार नीति में चार नए एक्सपोर्ट टाउन (TEE) विकसित करने का लक्ष्य रखा है। इसमें यूपी और हरियाणा के शहर शामिल होंगे।
- मौजूदा समय में 39 TEE हैं और फरीदाबाद, मुरादाबाद, मिर्जापुर व वाराणसी के रूप में चार TEE और विकसित किए जाएंगे। नई नीति भारतीय करेंसी को ग्लोबल करेंसी बनाने का लक्ष्य लेकर भी चल रही है।
- हमारा मकसद रुपये को इंटरनेशनल ट्रेड सेटलमेंट में इस्तेमाल करना है, ताकि करेंसी एक्सचेंज के रूप में दी जाने वाली भारी-भरकम शुल्क से बचा जा सके।
विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2023: सरकार निर्यात दायित्व चूक के एकमुश्त निपटान के लिए एमनेस्टी योजना शुरू करेगी:
- विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2023 के हिस्से के रूप में, भारत सरकार ने निर्यात दायित्व चूक के एकमुश्त निपटान के लिए एक एमनेस्टी योजना शुरू की है।
- यह योजना अग्रिम प्राधिकरण और निर्यात संवर्धन पूंजीगत सामान (ईपीसीजी) प्राधिकरणों के धारकों को अपने निर्यात दायित्व चूक को निपटाने और बिना किसी दंड या कानूनी कार्रवाई के अपने प्राधिकरणों को नवीनीकृत करने की अनुमति देगी।
- इस कदम से उन निर्यातकों को राहत मिलने की उम्मीद है, जो COVID-19 महामारी या अन्य कारणों से अपने निर्यात दायित्वों में चूक कर सकते हैं।
विदेश व्यापार नीति में चार नए एक्सपोर्ट टाउन (TEE)
- विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) 2023 के तहत चार नए शहरों – फरीदाबाद, मिर्जापुर, मुरादाबाद और वाराणसी को टाउन ऑफ एक्सपोर्ट एक्सीलेंस (टीईई) के रूप में पहचाना गया है।
- इन टीईई को मार्केट एक्सेस इनिशिएटिव (एमएआई) योजना के तहत निर्यात प्रोत्साहन निधि तक प्राथमिकता प्राप्त होगी और निर्यात संवर्धन पूंजीगत सामान (ईपीसीजी) योजना के तहत निर्यात पूर्ति के लिए कॉमन सर्विस प्रोवाइडर (सीएसपी) लाभ प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
- इस कदम से हथकरघा, हस्तशिल्प और कालीनों के निर्यात को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है, जो इन शहरों की अर्थव्यवस्थाओं का मुख्य आधार हैं।
- मौजूदा 39 टीईई की पहचान उनके निर्यात प्रदर्शन और क्षमता के आधार पर की गई है और नए शामिल होने से भारत की निर्यात वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद है।
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