भारत और रूस ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की है, जिनमें अंतरिक्ष और समुद्री प्रोद्योगिकी, आईटी और गहरे समुंद्री इंजीनियरिंग शामिल हैं. साइबेरियाई शहर नोवोसिबिर्स्क में विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग पर भारत-रूस संयुक्त समिति की पहली बैठक में क्षेत्रों का चयन किया गया.
इस बैठक में रक्षा मंत्री अरुण जेटली और रूसी उप प्रधान मंत्री दिमित्री रोगोजिन ने सह-अध्यक्षता की. भारत के ‘मेक इन इंडिया’ पहल से प्रेरित होकर, मास्को ने स्थानीय विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिए “Do It In Russia” की शुरुआत की.
उपरोक्त समाचार से महत्वपूर्ण तथ्य-
- रूस की राजधानी मास्को है और इसकी मुद्रा रूसी रूबल है.
- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हैं.
स्त्रोत- AIR World Service