विमानन सुरक्षा निरीक्षण रैंकिंग में भारत ने बड़ी छलांग लगाई है और पहले के 112वें स्थान से सीधे 55वें स्थान पर पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) के समन्वित सत्यापन अभियान के तहत देश के आंकड़ों में महत्वपूर्ण सुधार आया है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
आईसीएओ के यनिवर्सल सेफ्टी ओवरसाइट ऑडिट प्रोग्राम (यूएसओएपी) के सतत निगरानी दृष्टिकोण के तहत, भारत में 9 से 16 नवंबर, 2022 तक आईसीएओ समन्वित सत्यापन अभियान शुरू किया गया था। नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा, अंतिम रिपोर्ट के बाद भारत की सुरक्षा निरीक्षण क्षमता रैंकिंग 112 से 55 पर आ गई है।
मुख्य बिंदु
- बता दें कि यूनिवर्सल सेफ्टी ओवरसाइट ऑडिट प्रोग्राम (USOAP) के सतत निगरानी दृष्टिकोण के तहत, भारत में 9 से 16 नवंबर, 2022 तक कोऑर्डिनेटेड वैलिडेशन मिशन (ICVM) शुरू किया गया था।
- नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा कि अंतिम रिपोर्ट के बाद भारत की सुरक्षा निरीक्षण क्षमता रैंकिंग 112 से 55 हो गई है। उन्होंने कहा कि यह रैंकिंग गतिशील है और आईसीएओ द्वारा किए गए विभिन्न ऑडिट के परिणामों पर निर्भर है।
- बता दें कि अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन इस कार्यक्रम के तहत ऑडिट करता है। भारत में पिछले साल ऑडिट के दौरान एलईजी, ओआरजी, पीईएल, ओपीएस और एजीए को शामिल किया गया था।
आपको बता दें कि एलईजी प्राथमिक विमानन कानून और विशिष्ट परिचालन विनियम है। ओआरजी नागरिक उड्डयन संगठन है। पीईएल कार्मिक लाइसेंसिंग और प्रशिक्षण है। ओपीएस विमान संचालन है। एजीए एयरोड्रम और ग्राउंड एड है और एआईआर विमान की उड़ान योग्यता है।