देश में सबसे ज्यादा बाघों का घर मध्य प्रदेश को बाघों के लिए ‘वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व’ नाम से एक नया संरक्षित क्षेत्र मिला है। मध्य प्रदेश सरकार ने वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व का अनावरण किया है, जो राज्य का सातवां और भारत का 54 वां टाइगर रिजर्व बन गया है। मध्य प्रदेश ने 2022 की जनगणना में “बाघ राज्य” का दर्जा बरकरार रखा, राज्य में बाघों की संख्या 2018 में 526 से बढ़कर 785 हो गई। वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व मध्य प्रदेश का सातवां टाइगर रिजर्व बन गया है। अधिकारी ने कहा कि टाइगर रिजर्व में लगभग 1,414 वर्ग किलोमीटर को कोर क्षेत्र में और 925.12 वर्ग किलोमीटर को बफर जोन में शामिल किया गया है।
इस साल जुलाई में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण और भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा जारी रिपोर्ट ‘स्टेटस ऑफ टाइगर्स: को-प्रीडेटर्स एंड प्रे इन इंडिया-2022’ के अनुसार, मध्य प्रदेश (785) में देश में सबसे अधिक बाघ हैं, इसके बाद कर्नाटक (563) और उत्तराखंड (560) हैं।
वीरांगना दुर्गावती टाइगर रिजर्व के बारे में
- स्थान: यह मध्य प्रदेश के सागर, दमोह और नरसिंहपुर जिलों में फैला हुआ है।
- यह 2,339 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।
- यह मध्य प्रदेश का सातवां टाइगर रिजर्व है।
- इसमें नौरादेही वन्यजीव अभयारण्य और दुर्गावती वन्यजीव अभयारण्य के भीतर के क्षेत्र शामिल होंगे।
- पन्ना टाइगर रिजर्व (पीटीआर) को दुर्गावती से जोड़ने वाला ग्रीन कॉरिडोर विकसित किया जाएगा, ताकि बाघ नए रिजर्व में प्राकृतिक रूप से आ-जा सकें।
- नदियाँ: रिजर्व के कुछ हिस्से नर्मदा और यमुना नदी घाटियों के अंतर्गत आते हैं।
- सिंगोरगढ़ किला रिजर्व के भीतर स्थित है।
- वनस्पति: शुष्क पर्णपाती प्रकार
- वनस्पति: मुख्य पुष्प तत्वों में सागौन, साजा, धौरा, बेर, आंवला आदि शामिल हैं।
- जीव: बाघ, तेंदुआ, भेड़िया, सियार, भारतीय लोमड़ी, धारीदार लकड़बग्घा, नीलगाय, चिंकारा, चीतल, सांभर, काला हिरण, बार्किंग हिरण, आम लंगूर रीसस मकाक आदि।