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चंद्रयान-3 से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न

चंद्रयान-3 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का तीसरा चंद्र मिशन है। चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर उतर कर इतिहास रच दिया है। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने वाला भारत पहला देश बन गया है। चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद प्रज्ञान रोवर उसमें से निकलेगा और चंद्रमा की सतह पर घूमकर शोध करेगा और जानकारी जुटाएगा। इसके साथ ही भारत अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया।

चंद्रयान 3 क्विज़ प्रश्न और उत्तर हिन्दी में: चंद्रयान 3 भारत के महत्वपूर्ण चंद्र मिशनों में से एक है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को चंद्रयान 3 मिशन के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में पता होना चाहिए। चंद्रयान-3 से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न इस प्रकार हैं:

 

Q1. चंद्रयान-3 को निम्नलिखित में से किस केंद्र से लॉन्च किया गया है?
a) विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र
b)सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र
ग) इसरो
d) डॉ. अब्दुल कलाम द्वीप

Q2. चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण में किस प्रक्षेपण यान का उपयोग किया जाता है?
ए) जीएसएलवी
बी) एएसएलवी
ग) पीएसएलसी
घ) एसएलवी

Q3. चंद्रयान-3 में प्रयुक्त प्रणोदन मॉड्यूल का द्रव्यमान कितना है?
ए) 2145 किग्रा
बी) 2245 किग्रा
ग) 2148 किग्रा
घ) 2543 किग्रा

Q4. चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर का मिशन जीवन बराबर है?
ए) 24 पृथ्वी दिवस
बी) 16 पृथ्वी दिवस
ग) 14 पृथ्वी दिवस
घ) 20 पृथ्वी दिवस

Q5. चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर को कहा जाता है?
ए) विक्रम
ख) भीम
ग)प्रज्ञान
घ) ध्रुव

Q6. चंद्रयान-3 का लक्ष्य चंद्रमा के किस हिस्से के पास उतरने का है?
ए) उत्तरी ध्रुव
बी) भूमध्य रेखा
ग) दक्षिणी ध्रुव
घ) दूर की ओर

Q7. चंद्रयान-3 कब लॉन्च किया गया था?
a) 14 अगस्त
बी) 14 जुलाई
ग) 30 जून
घ) 10 सितंबर

Q8. अन्य देशों के चंद्र मिशनों की तुलना में चंद्रयान-3 की लैंडिंग की अनूठी विशेषता क्या है?
a) चंद्रमा के अंधेरे पक्ष पर उतरना
बी) चंद्रमा के सुदूर भाग पर उतरना
ग) चंद्रमा के उत्तरी ध्रुव पर उतरना
d) चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरना

Q9. किस तारीख को लैंडर को प्रोपल्शन मॉड्यूल से सफलतापूर्वक अलग किया गया था?
ए) 20 अगस्त
बी) 19 अगस्त
ग) 16 अगस्त
घ) 17 अगस्त

Q10. चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान ने दूसरा डी-बूस्टिंग पैंतरेबाज़ी कब की?
ए) 20 अगस्त
बी) 19 अगस्त
ग) 17 अगस्त
घ) 16 अगस्त

Q11. इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (ISTRAC) कहाँ स्थित है?
ए) नई दिल्ली
बी) मुंबई
ग) चेन्नई
घ) बेंगलुरु

Q12. 25 जुलाई 2023 को किये गये युद्धाभ्यास का उद्देश्य क्या था?
ए) चंद्र-कक्षा सम्मिलन
बी) कक्षा परिसंचारण
ग) ट्रांसलूनर इंजेक्शन
घ) कक्षा-उत्थान

Q13. चंद्रयान-3 मिशन के निदेशक कौन हैं?
ए) वीरमुथुवेल
b) एम वनिता
c) के. सिवन
d) रितु करिधल

Q14. चंद्रयान-3 का कुल वजन कितना है?
ए) 4,100 किग्रा
बी) 3,900 किग्रा
ग) 2,190 किग्रा
घ) 5,200 किग्रा

Q15. मिशन चंद्रयान-3 की कुल लागत कितनी है?
a) 600 करोड़
b) 540 करोड़
ग) 800 करोड़
d) 1200 करोड़

Solutions:

S1. Ans. (b)
Sol. चंद्रयान-3 का लॉन्च सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र , श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई, 2023 शुक्रवार को भारतीय समय अनुसार दोपहर 2:35 बजे हुआ था।

S2. Ans. (a)
Sol. चंद्रयान-3 के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला लॉन्चर GSLV-जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल है।

S3. Ans. (c)
Sol. चंद्रयान-3 में इस्तेमाल किए गए प्रोपल्शन मॉड्यूल का द्रव्यमान 2148 किलोग्राम है।

S4. Ans. (c)
Sol. चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर का मिशन जीवन एक चंद्र दिवस है जो पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर है।

S5. Ans. (a)
Sol. इसरो चेयरमैन के मुताबिक, चंद्रयान-2 मिशन में लैंडर का नाम विक्रम और रोवर का नाम प्रज्ञान रखा जाएगा।

S6. Ans. (c)
Sol. चंद्रयान-3 मिशन का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करना है।

S7. Ans. (b)
Sol. चंद्रयान-3 मिशन की लॉन्चिंग तारीख 14 जुलाई, 2023 थी।

S8. Ans. (d)
Sol. चंद्रयान-3 मिशन का लक्ष्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करना है जो अन्य देशों के चंद्र मिशनों की तुलना में चंद्रयान-3 की लैंडिंग की अनूठी विशेषता है।

S9. Ans. (d)
Sol. 17 अगस्त 2023 को लैंडर को प्रोपल्शन मॉड्यूल से सफलतापूर्वक अलग कर दिया गया।

S10. Ans. (b)
Sol. 19 अगस्त 2023 को इसरो ने अपनी कक्षा को घटाने के लिए लैंडर मॉड्यूल की डी-बूस्टिंग की प्रक्रिया की।

S11. Ans. (d)
Sol. इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (ISTRAC) बेंगलुरु में स्थित है।

S12. Ans. (d)
Sol. 25 जुलाई 2023 को किए गए युद्धाभ्यास का उद्देश्य कक्षा-उत्थान था।

S13. Ans. (d)
Sol. रितु खारिधल इसरो की एक प्रमुख वैज्ञानिक हैं। उन्होंने चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण का नेतृत्व किया था।

S14. Ans. (b)
Sol. अकेले प्रणोदन मॉड्यूल का वजन 2,148 किलोग्राम है और लैंडर और रोवर दोनों का वजन 1,752 किलोग्राम है, जिससे चंद्रयान -3 का कुल वजन 3,900 किलोग्राम हो जाता है।

S15. Ans. (a)
Sol. चंद्रयान-3 मिशन की लागत चंद्रयान-2 से 600 करोड़ कम है।

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vikash

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