एचडीएफसी बैंक के शशिधर जगदीशन 10.55 करोड़ रुपये के कुल भुगतान के साथ बीते वित्त वर्ष (2022-23) में सर्वाधिक भुगतान पाने वाले किसी बैंक के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के तौर पर उभरे हैं। वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, जगदीशन के सहकर्मी और एचडीएफसी बैंक के उप प्रबंध निदेशक (एमडी) कैजाद भरूचा को बीते वित्त वर्ष में 10 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जो संभवत: देश में सबसे ज्यादा भुगतान पाने वाले दूसरे बैंककर्मी हैं।
बैंकों के सीईओ के मामले में एक्सिस बैंक के अमिताभ चौधरी 9.75 करोड़ रुपये के भुगतान के साथ दूसरे स्थान पर रहे। उनके बाद आईसीआईसीआई बैंक के संदीप बख्शी को 9.60 करोड़ रुपये का भुगतान हुआ। कोटक महिंद्रा बैंक में लगभग 26 प्रतिशत हिस्सेदारी वाले उदय कोटक ने कोविड-19 महामारी के बाद से पारिश्रमिक के तौर पर एक रुपये का सांकेतिक वेतन लेने का फैसला वित्त वर्ष 2022-23 में भी जारी रखा। कोटक महिंद्रा बैंक पारिश्रमिक बढ़ाने के लिए आगे आया और प्रबंधकीय कार्यबल को छोड़कर कर्मचारियों के औसत पारिश्रमिक में 16.97 प्रतिशत की वृद्धि की।
कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी
आईसीआईसीआई बैंक के कर्मचारियों के वेतन में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। दूसरी ओर एक्सिस बैंक में यह आंकड़ा 7.6 प्रतिशत रहा। एचडीएफसी बैंक ने औसतन 2.51 प्रतिशत वेतन वृद्धि की। फेडरल बैंक में औसत वेतन वृद्धि केवल 2.67 प्रतिशत रही, इसके वावजूद वहां नौकरी छोड़ने की दर सबसे कम है।
कैज़ाद भरूचा की शानदार कमाई
एचडीएफसी बैंक के उप प्रबंध निदेशक कैज़ाद भरूचा, वित्त वर्ष 2013 के लिए 10 करोड़ रुपये की कुल कमाई के साथ एचडीएफसी बैंक के एक और उच्च कमाई वाले कार्यकारी हैं। भरूचा संभवतः भारत में दूसरे सबसे ज्यादा कमाई करने वाले बैंकर हैं। बैंक के संचालन में उनकी विशेषज्ञता और रणनीतिक योगदान को उनके मुआवजे में विधिवत मान्यता दी गई है।
उदय कोटक ने ली एक रुपये सैलरी
इन सभी के बीच कोटक महिंद्रा बैंक सीईओ उदय कोटक (Uday Kotak) ने सिर्फ एक रुपये की सैलरी ली है। कोटक महिंद्रा बैंक में उदय कोटक की लगभग 26 फीसदी की हिस्सेदारी है। उन्होंने कोविड-19 महामारी के बाद से पारिश्रमिक के तौर पर एक रुपये का सांकेतिक वेतन लेने का फैसला किया था, जिसे वित्त वर्ष 2022-23 में भी जारी रखा। उदय कोटक साल 1985 में बैंक की स्थापना के बाद से ही बतौर CEO इसे आगे बढ़ा रहे हैं।
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