भारतीय जिम्नास्ट दीपा कर्मकार (Dipa Karmakar Ban) के डोप टेस्ट में फेल होने के चलते ITA (इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने उन पर 21 महीने का प्रतिबंध लगा दिया। भारतीय जिम्नास्ट को प्रतिबंधित पदार्थ हाइजेनामाइन के सेवन के चलते खेल से दूर कर दिया गया है। कार्रवाई के बाद पहली बार दीपा ने स्वीकार किया कि अनजाने में प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन किया।
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गौरतलब हो कि 11 अक्टूबर 2021 को एक प्रतियोगिता से बाहर होने पर इंटरनेशनल फेडरेशन डी जिमनास्टिक (FIG) की ओर से नमूने लिए गये थे। परीक्षण में रिजल्ट पॉजिटिव मिला और दीपा पर बैन लगा दिया। दीपा के ब्लड में हाइजेनामाइन की मात्रा मिली। बता दें कि हाइजेनामाइन ( Higenamine) को विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी ने 2017 में प्रतिबंधित पदार्थों की सूची में जोड़ा था।
प्रतिबंध की अवधि
बैन लगने के बाद दीपा करमाकर ने स्वीकार किया कि “आज मैंने अपने और अपने करियर के लिए लड़ी सबसे लंबी लड़ाई में से एक का अंत किया। अक्टूबर 2021 में मेरा नमूना परीक्षण के लिए लिया गया। परिणाम एक प्रतिबंधित पदार्थ के लिए सकारात्मक था जिसे मैंने अनजाने में निगल लिया और इसके स्रोत का निर्धारण नहीं कर सकी।”
बता दें कि करमाकर के प्रतिबंध की अवधि 10 जुलाई 2023 को समाप्त होगी, क्योंकि इसकी गिनती उस दिन से की गई थी, जिस दिन से नमूना एकत्र किया गया था जो कि 11 अक्टूबर 2021 है। दीपा कर्माकर ने लिखा कि मेरा निलंबन 3 महीने कम कर दिया गया है और 2.5 महीने पीछे कर दिया गया है, जिससे मुझे जुलाई 2023 में अपने खेल में वापसी करने की अनुमति मिली है।
दीपा करमाकर के नाम दर्ज रिकॉर्ड
गौरतलब हो कि दीपा करमाकर ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय जिम्नास्ट हैं। त्रिपुरा की रहने वाली दीपा ने रियो ओलंपिक 2016 में महिला वॉल्ट फाइनल में चौथा स्थान हासिल करके इतिहास रच दिया था। हालांकि, वह कांस्य पदक जीतने से चूक गई थी।
करमाकर ने ग्लासगो में 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य जीता। राष्ट्रामंड खेलों के इतिहास में ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला जिमनास्ट बन गईं। उन्होंने एशियन जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में कांस्य जीता और 2015 वर्ल्ड आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में पांचवां स्थान हासिल किया।