भारतीय शिपबिल्डर गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (Garden Reach Shipbuilders & Engineers – GRSE) ने भारतीय नौसेना के लिए पहले बड़े सर्वेक्षण पोत के शुभारंभ के साथ एक नया मील का पत्थर हासिल किया है। संध्याक (Sandhayak) नाम का, यह पोत सर्वे वेसल लार्ज (Survey Vessel Large – SVL) परियोजना के तहत बनाए जा रहे चार जहाजों की श्रृंखला में पहला है। इसे जीआरएसई में बनाया गया है।
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लॉन्च समारोह में मौजूद भारतीय राज्य के रक्षा मंत्री अजय भट्ट (Ajay Bhatt) ने कहा कि जहाज का लॉन्च 2030 तक ‘न्यू इंडिया’ के देश के दृष्टिकोण के लिए एक नया मील का पत्थर है। अक्टूबर 2018 में, भारतीय रक्षा मंत्रालय और जीआरएसई ने चार सर्वेक्षण जहाजों के निर्माण के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। लागत के हिसाब से 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री की विशेषता वाले, जहाजों को पूरी तरह से जीआरएसई द्वारा डिजाइन किया गया है और इन्हें ‘एकीकृत निर्माण (Integrated Construction)’ अवधारणाओं का उपयोग करके बनाया जा रहा है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण टेकअवे:
- जीआरएसई के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक: रियर एडमिरल वी के सक्सेना।
- जीआरएसई मुख्यालय: कोलकाता, पश्चिम बंगाल।