
वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2022-23 में प्रत्यक्ष करों के सकल संग्रह में 25 दशमलव नौ शून्य प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है जो कि 13 लाख 63 हजार छह सौ 49 करोड़ रुपये है। इसी अवधि में प्रत्यक्ष करों का सकल संग्रह 10 लाख 83 हजार एक सौ 50 करोड़ रुपये रहा। मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2022-23 के लिए शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 19 दशमलव 81 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 11 लाख 35 हजार सात सौ 54 करोड़ रुपये रहा।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
इस समयावधि में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह नौ लाख 47 हजार नौ सौ 59 करोड़ रुपये दर्ज किया गया था। अग्रिम कर संग्रह पांच लाख 21 हजार तीन सौ दो करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जिसमें 12 दशमलव 83 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। मंत्रालय ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान दाखिल किए गए आयकर रिटर्न में 96 दशमलव पांच प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है और लगभग 109 प्रतिशत की वृद्धि के साथ दो लाख 27 हजार आठ सौ 96 करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए।
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक रिफंड एडजस्ट के बाद इस वित्त वर्ष में अब तक का नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 11.35 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पूरे साल के बजट टारगेट का लगभग 80 प्रतिशत है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने अपने बयान में कहा कि 13,63,649 करोड़ के ग्रोस कलेक्शन में 7.25 लाख करोड़ रुपये का कॉर्पोरेशन टैक्स (CIT) और प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) सहित व्यक्तिगत आयकर (PIT) 6.35 लाख करोड़ रुपये शामिल है।



World Soil Day 2025: जानें मृदा दिवस क्य...
अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवक दिवस 2025: इतिह...
संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, को...

