भारत सरकार ने आभासी माध्यम में पहली भारत-यूनाइटेड किंगडम कांसुलर वार्ता (India-United Kingdom Consular Dialogue) की मेजबानी की है। विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव देवेश उत्तम (Devesh Uttam) ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया जबकि ब्रिटेन के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जेनिफर एंडरसन (Jennifer Anderson) ने किया। दोनों पक्षों ने भारत-यूके 2030 रोडमैप के हिस्से के रूप में लोगों से लोगों के संपर्क को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
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वार्ता का महत्व:
- इस उद्घाटन कांसुलर वार्ता में, दोनों पक्षों ने भारत-यूके 2030 रोडमैप के हिस्से के रूप में दोनों देशों के बीच लोगों से लोगों के संपर्क को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
- उन्होंने कांसुलर एक्सेस की सुविधा और कांसुलर शिकायतों के शीघ्र समाधान के तरीकों पर भी चर्चा की, जिसमें व्यवस्थित जानकारी साझा करना, और वीजा पर सहयोग, प्रत्यर्पण मामलों और पारस्परिक कानूनी सहायता शामिल है।
- दोनों पक्ष इस वार्ता के अगले दौर को 2022 में लंदन में पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर आयोजित करने पर सहमत हुए।
- इससे पहले, भारत और यूके ने 8 जुलाई को भारत-यूके वित्तीय बाजार वार्ता की पहली बैठक की थी।