हर साल 1 जनवरी नए साल के दिन विश्व पारिवारिक दिवस मनाया जाता है। इसे विश्व शांती दिवस भी कहा जाता है। इस दिवस के माध्यम से लोगों में वैश्विक एकता और सद्भाव के विचारों को बढ़ावा दिया जाता है। आपको बता दें कि इस दिवस को नए साल के दिन इस आशा के साथ मनाया जाता है कि आने वाला पूरे साल दुनिया में सूक्ष्म और स्थूल दोनों तरह सकारात्मकता बदलाव लेके आए। विश्व में शांति की स्थापना करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है एक परिवार का निर्माण, जिसके माध्यम से विश्व में शांति की स्थापना हो सकती है और बढ़ती हिंसा को कम किया जा सकता है।
वैश्विक परिवार दिवस का मकसद
वैश्विक परिवार दिवस को हर साल एक जनवरी को मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया के सभी देशों, धर्मों के बीच शांति की स्थापना करते हुए युद्ध और अहिंसा को टालना है। साथ ही यह भी कोशिश है कि आपसी मतभेदों को बात-चीत के जरिए से निपटाया जाए और एक शांतिपूर्ण समाज की स्थापना की जा सके। इस दिन के लिए परिवार को काफी अहम माना गया है, क्योंकि परिवार के जरिए ही विश्व में शांति स्थापित की जा सकती है।
वैश्विक परिवार दिवस का इतिहास
वैश्विक परिवार दिवस की उत्पत्ति दो पुस्तकों में हुई थी। पहली 1996 में अमेरिकी लेखकों स्टीव डायमंड और रॉबर्ट एलन सिल्वरस्टीन द्वारा लिखित ‘वन डे इन पीस, 1 जनवरी, 2000’ नामक बच्चों की किताब थी। वहीं, दूसरी किताब अमेरिकी शांति कार्यकर्ता और लेखक लिंडा ग्रोवर का 1998 का यूटोपियन उपन्यास ‘ट्री आइलैंड: ए नॉवेल फॉर द न्यू मिलेनियम’ थी। विशेष रूप से ग्रोवर ने 1 जनवरी को शांति के वैश्विक दिवस के रूप में स्थापित करने काफी अहम भूमिका निभाई थी। इन किताबों के विचारों के आधार पर ही 1997 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1 जनवरी को शांति का एक दिन मनाने की घोषणा की।
1999 में संयुक्त राष्ट्र और सदस्यों देशों द्वारा इस वैश्विक परिवार दिवस मनाया गया। इस दिवस की सफलता को देखते हुए 2001 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा इस दिवस को एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में स्थापित किया गया और तब से हर साल 1 जनवरी को वैश्विक परिवार दिवस के रूप में मनाया जाता है।