एनडीटीवी (NDTV) के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने कहा है कि वे अपने अधिकांश शेयर अडानी समूह (Adani Group) को बेचेंगे। दोनों संस्थापकों ने इस बारे में 23 दिसंबर को जानकारी दी है। संस्थापकों ने शेयर बाजारों को जानकारी में कहा कि हमने आपसी समझौते के तहत एनडीटीवी में अपने अधिकांश शेयर एएमजी मीडिया नेटवर्क (अडानी समूह की फर्म) को बेचने का फैसला किया है।
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क्या है फैसला
एनडीटीवी में प्रणय रॉय और राधिका रॉय दोनों की कुल हिस्सेदारी 32.26 प्रतिशत है, जबकि अडानी समूह के पास अब कंपनी में हिस्सा 37.44 प्रतिशत हो चुका है। रॉय दम्पती एनडीटीवी में 5 फीसदी हिस्सेदारी अपने पास रखेंगे बाकी 27.26 प्रतिशत हिस्सा एएमजी मीडिया नेटवर्क को बेच देंगे। वहीं एनडीटीवी के 64.71 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी अडाणी समूह के पास होगा।
एनडीटीवी में सबसे बड़ा शेयरधारक अडानी समूह
अडानी समूह इसी महीने ओपन ऑफर के बाद मीडिया कंपनी नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (एनडीटीवी) का सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बन गया था। अडानी समूह ने ओपन ऑफर के जरिए नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड में अपनी हिस्सेदारी 37 फीसदी से अधिक बढ़ा दी थी। अडानी का समूह एनडीटीवी में 26 फीसदी हिस्सेदारी लेना चाह रहा था, लेकिन खुली पेशकश ने केवल 53 लाख शेयरों की पेशकश की थी।
डायरेक्टर पद से दिया था इस्तीफा
अडानी को समूह मीडिया कंपनी का सबसे बड़ा शेयरधारक बनने के साथ उसे कंपनी का चेयरमैन नियुक्त करने का अधिकार मिल गया था। इसके पहले एनडीटीवी (NDTV) के प्रमोटर्स प्रणय रॉय (Prannoy Roy) और राधिका रॉय ने तत्काल प्रभाव से डायरेक्टर के पद से इस्तीफा दे दिया था।
क्या है कारण?
एनडीटीवी के संस्थापक राधिका और प्रणय रॉय ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि उन्होंने साल 1988 में एनडीटीवी की शुरुआत इस विश्वास के साथ की थी कि भारत में पत्रकारिता विश्वस्तरीय है, लेकिन एक मजबूत और प्रभावी प्रसारण मंच की जरूरत है जो इसे बढ़ने और चमकने दे। उन्होंने कहा कि, वह 34 साल बाद मानते हैं कि एनडीटीवी एक ऐसी संस्था है जिसने उनकी बहुत सारी उम्मीदों और आदर्शों को पूरा किया है। एएमजी मीडिया नेटवर्क, हालिया ओपन ऑफर के बाद, अब एनडीटीवी में सबसे बड़ा शेयरधारक है।