ताइवान के पूर्व राष्ट्रपति ली तेंग-हुई का निधनहो गया है. उन्होंने 1988 से 2000 तक ताइवान के राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था. उन्हें “ताइवान के लोकतंत्र का जनक” भी माना जाता था.
1988 में पूर्ववर्ती चियांग चिंग-कू के निधन के बाद ली तेंग-हुई राष्ट्रपति बने. ली ने प्रत्यक्ष राष्ट्रपति चुनावों सहित एक लोकतांत्रिक राजनीतिक ख़ाका तैयार करने की दिशा में संवैधानिक परिवर्तनों का नेतृत्व किया. उन्होंने ताइपे के मेयर (1978-81) और ताइवान के प्रांतीय गवर्नर (1981-84) के रूप में भी कार्य किया.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य :
झारखंड ने 2025–26 सत्र में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) जीतकर इतिहास रच दिया। ईशान…
बेंगलुरु के पास स्थित बन्नेरघट्टा जैविक उद्यान (Bannerghatta Biological Park) ने संरक्षण-उन्मुख चिड़ियाघर प्रबंधन को…
टेलीकॉम क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारती एयरटेल ने शीर्ष प्रबंधन स्तर पर एक अहम नेतृत्व…
लोकसभा ने 18 दिसंबर 2025 को विरोध, हंगामे और मात्र आठ घंटे की बहस के…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वार्षिक संवाद कार्यक्रम 'परीक्षा पे चर्चा' (PPC) के 9वें संस्करण को…
भारत और ओमान ने व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर कर खाड़ी क्षेत्र में…