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पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और कोच बॉब सिम्पसन का निधन

क्रिकेट जगत ने अपने सबसे सम्मानित दिग्गजों में से एक—रॉबर्ट बैडली “बॉब” सिम्पसन—को अलविदा कहा, जिनका सिडनी में 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान, ऑलराउंडर और कोच के रूप में सिम्पसन का प्रभाव कई दशकों तक फैला रहा और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास के कई प्रतिष्ठित क्षणों को आकार दिया।

शानदार खेल करियर

बॉब सिम्पसन एक बेहतरीन ओपनिंग बल्लेबाज़, स्लिप फील्डर और पार्ट-टाइम लेग स्पिनर रहे। उन्होंने 1957 से 1978 के बीच ऑस्ट्रेलिया के लिए 62 टेस्ट मैच खेले। उनके आँकड़े उनकी सर्वांगीण प्रतिभा को दर्शाते हैं:

  • रन: 4,869

  • बल्लेबाज़ी औसत: 46.81

  • शतक: 10

  • अर्धशतक: 27

  • सर्वोच्च स्कोर: 311

  • कैच: 110

  • विकेट: 71

  • सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी: 5/57

  • पाँच विकेट हॉल: 2

  • कप्तान के रूप में टेस्ट: 62 में से 39

उनकी 311 रनों की पारी टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी और अनुशासित पारियों में से एक मानी जाती है।

बेहतरीन कोच और मार्गदर्शक

खेल करियर के बाद सिम्पसन ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के सबसे सफल कोचों में जगह बनाई। 1980 के दशक के मध्य में उन्होंने टीम की कमान संभाली और अनुशासन, फिटनेस और आक्रामक पेशेवर रवैया जगाया। उनके नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया ने,

  • 1989 में एशेज जीती

  • 1987 का क्रिकेट विश्व कप जीता

  • 1990 के दशक की शुरुआत में वेस्टइंडीज पर दबदबा बनाया

उनकी कोचिंग ने 1990 और 2000 के शुरुआती वर्षों में ऑस्ट्रेलिया की दीर्घकालिक क्रिकेटीय श्रेष्ठता की नींव रखी।

सम्मान और पहचान

बॉब सिम्पसन के योगदान को कई सम्मानों से मान्यता मिली:

  • 1978: मेम्बर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया (AM)

  • 1985: स्पोर्ट ऑस्ट्रेलिया हॉल ऑफ़ फ़ेम में शामिल

  • 2006: ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट हॉल ऑफ़ फ़ेम में शामिल

  • 2007: ऑफ़िसर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ ऑस्ट्रेलिया (AO)

ये सम्मान उनके मैदान पर और मैदान के बाहर, दोनों जगह के असाधारण योगदान को दर्शाते हैं।

क्रिकेट जगत में विरासत

सिम्पसन को एक दूरदर्शी अनुशासनप्रिय नेता के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फील्डिंग—तीनों में अपना कौशल दिखाया। वे अपनी स्पष्ट सोच, कोचिंग नवाचारों और खेल की गहरी समझ के लिए भी जाने जाते थे।

उनकी विरासत उन खिलाड़ियों में ज़िंदा है जिन्हें उन्होंने प्रशिक्षित किया—जैसे एलेन बॉर्डर और स्टीव वॉ, जिन्होंने आगे चलकर ऑस्ट्रेलिया को विश्व क्रिकेट का शिखर दिलाया।

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